जसवंत सिंह द्वितीय
| जसवन्त सिंह | |
|---|---|
| जोधपुर के महाराजा | |
| Maharaja of Jodhpur | |
| Period | 1873 - 1895 |
| पूर्ववर्ती | Takht Singh |
| Heir apparent | Sardar Singh |
| जन्म | 1838 Ahmadnagar, गुजरात, India |
| निधन | 11 अक्टूबर 1895 (उम्र 57) |
| संतान | Sardar Singh |
| घराना | Rathore-Jodhpur |
| पिता | Maharaja Takht of Jodhpur |
| धर्म | Hinduism |
HH राज राजेश्वर महाराजधिराज महाराजा सर श्री जसवन्त सिंहजी (द्वितीय) (1838 – 11 अक्टूबर 1895)[1][2] ४ फरवरी १८७३ से ११ अक्टूबर १८९५ तक जोधपुर के महाराजा थे। जसवंत सिंह के शासनकाल में ही जोधपुर शहर में 1893 ई मे एक महाविद्यालय की स्थापना की गई थी। इसका नामकरण जसवंत कालेज रखा गया था। इस काॅलेज की मान्यता इलाहाबाद विश्वविद्यालय से प्राप्त की गयी। [3]