जदोह
मेघालय पूर्वोत्तर भारतीय राज्य है जहां बहुत से स्थानीय व्यंजन हैं। मेघालय तीन मंगोलियाई जनजातियों का घर है; एवं यहाँ एक अनूठा खानपान है, जो पूर्वोत्तर भारत के अन्य सेवन सिस्टर स्टेट्स से भिन्न है। लोगों का मुख्य भोजन मसालेदार मांस और मछली के साथ चावल है।
जदोह मेघालय के खासी समुदाय के बीच एक बहुत ही लोकप्रिय व्यंजन है। खासी भाषा में, ‘जा' का मतलब होता है चावल और 'दोह' का मतलब है मांस। खासी के लिए जदोह उत्तर भारतीय बिरयानी की तरह है, जिसे चावल और मांस के साथ पकाया जाता है। जदोह लाल चावल है, जिसे बड़ी मात्रा में सूअर के मांस के साथ पकाया जाता है। कभी-कभी इसे चिकन या मछली के साथ भी पकाया जाता है। लेकिन जदोह को बनाने में उपयोग किये गये मसाले बहुत अलग हैं और इसमें बहुत अधिक तेल का उपयोग नहीं किया जाता है। हरी मिर्च, प्याज, अदरक, हल्दी, काली मिर्च और तेज पत्ते का मिश्रण बनाया जाता है। फिर सूअर के मांस के टुकड़े डाले जाते हैं और तले जाते हैं, जिसके बाद लाल चावल डालकर पकाया जाता है। हल्दी मिलाने से चावल को उसका भरपूर पीला रंग और एक सुगंधित स्वाद मिलता है।