छिरकलोत मेव
मेव जाती का एक गोत्र हे, छिरकलोत गोत्र मेवात के 12 पाल (खाप) मे सामिल हे। इस गोत्र से संबंधित लोग छिरकलोत मेव कहलाते हे![[1]]
प्रमुख व्यक्ति
छिरकलोत पाल के प्रमुख हरियाणा विधानसभा के वर्त्तमान कांग्रेस विधायक चौधरी मुहम्मद इलयास, पूर्व विधायक रहीस खान [[2]],पूर्व विधायक नसीम अहमद, पूर्व मंत्री स्वर्गीय चौधरी जलैबखां एंव पूर्व मंत्री चौधरी शकरूला खान, पूर्व विधायक हबीबुर्रहमान, हरियाणा के पूर्व मंत्री आजाद मोहम्मद पूर्व सांसद स्वर्गीय चौधरी रहीमखां पूर्व ग्रहमंत्री हरियाणा हसन मोहम्मद पूर्व विधानसभा स्वर्गीय दीन मोहम्मद एंव पूर्व मंत्री हरियाणा सरदार खां दादा बहाड़
इतिहास
मेव जाती की जादोवंशी #छिरकलौत पाल। छिरकलौत पाल का पाभा का धोलेट हे। छिरकलौत पाल के थाम्बे:- 1.कोटिया, 2.उटावड़िया, 3.रूपाड़िया, 4.डाग, 5.पालन, 6.बज्जा चौधर के गांव:- 1.कोट, 2.उटावड़, 3.रूपड़ाका, 4.बिछोर, 5.लुहिंगा कलां, 6.मालुका, 7.सिरौली, 8.शीतलखेड़ा
मेव सरदार काकूराणा मेव बालोत जिसने मेवों को तेरहवीं शताब्दी मे गोत्र व पालों में तक्सीम किया था। तक्सीम के मुताबिक छिरकलौत पाल के 95 गांव/खेड़े थे लेकिन अब इस पाल के140 से ज्यादा गांव है मेवात मे आबाद हे।
हरियाणा के नूह जिला में छिरकलौत पाल के गांव:-
1.बिछोर, 2.सिरोली, 3.लुहिंगा कलां, 4.बुखारका, 5.सुल्तानपुर नूंह, 6.खुशपुरी, 7.नांगल शाहपुर, 8.उमरा, 9.उमरी, 10.सिटोरबास, 11.गोलपुरी, 12.इंदाना, 13.ऐंचवाड़ी, 14.महूं, 15.गुबराड़ी, 16गंगवानी 17.डोंडल, 18.दानीबास, 19.करहैड़ा, 20.नोशेरा, 21.ठेकड़ाका, 22.कलिंजर, 23.गोधोली, 24.हुहूका, 25.खूंटा, 26.गुरालता, 27.खोरी शाहचोखा, 28.नैवाना, 29.जाख, 30.कोंतलाका, 31.ढेंकली, 32.सुल्तानपुर, 33.पापड़ी, 34.कागड़ बास, 35.ढाना, 36.बुबलहेड़ी, 37.अकबरपुर, 38.झारपुरी, 39.बुचाका, 40.डूंगेजा कलां, 41.डूंगेजा खुर्द, 42.चांदड़ाका, 43.जैतलका, 44.बडेड, 45.नीमखेड़ा, 46.गोकुलपुर, 47.रूपाहेड़ी, 48.झूडा, 49.तिंगांव, 50.फलैंडी, 51.चितोंड़ा, 52.नहारीका, 53.खानपुर घाटी, 54.ढाडोला, 55.ढाडोली, 56.खेचेंतान/इमामनगर, 57.बाजीदपुर, 58.शहजादपुर, 59.पटाकपुर, 60.सुखपुरी, 61.रीठठ, 62.प्रताप बास, 63.रनियाला पटाकपुर, 64.ख्वाजलीका, 65.बीबीपुर, 66.जयसिंहपुर, 67.कैराका, 68.देवला नंगली, 69.जहटाना, 70.टीकरी, 71.बाधोंली, 72.पिपरोली, 73.तुसैनी, 74.भुरियाकी, 75.ओथा, 76.मुढैता, 77.तेड़, 78.काटपुरी, 79.रायपुर, 80.हिंगनपुर, 81.जाडोली, 82.मोहलाका, 83.नसीरपुरी, 84.लाहाबास, 85.पापड़ा, 86.मामलीका, 87.टुंडलाका, 88.गुंडबास, 89.रसूलपुर, 90.कुहुकबाण, 91.बैंसी, 92.टेरकपुर, 93.मल्हाका, 94.नीमका, 95.जखोकर, 96.नईं, 97.मुहम्मदपुर तेड, 98.झिमरावट, 99.चांदडाका
हरियाणा के पलवल जिला में छिरकलौत पाल के गांव:-
1.कोट, 2.उटावड़, 3.रूपड़ाका, 4.मालुका, 5.मलाई, 6.भीमसीका, 7.टोंका, 8.लखनाका, 9.चिली, 10.जरारी, 11.रनसीका, 12.जलालपुर, 13.कुकरचटी, 14.धींरनकी, 15.झांडा/रनियाला खुर्द, 16.कुमरेहड़ा, 17.मीठाका, 18.नंगला कानपुर, 19.मालपुरी, 20.भूडपुर, 21.पीरागढी, 22.टीकरी, 23.रजपुरा, 24.मेहलूका, 25.नखरोला, 26.सुरजन का नंगला, 27.नंगला सहदेव, 28.नंगला मुहरू, 29.अजीजाबाद, 30. 31.खजूरका, 32.गुलेशरा, 33.ममोलाका, 34.लडमाकी, 35.पहाडपुर, 36.नंगला अहसानपुर, 37.मलोखरा
राजस्थान के डीग जिला (पुराना जिला भरतपुर में छिरकलौत पाल के गांव:-
1.धोलैट, 2.पालड़ी, 3.टायरा, 4.ऊदाका, 5.नंदेरा, 6.बास नंदेरा, 7.परेही, 8.खेरवा, 9.डाठेट, 10.सहसन,11.लाडलाका, 12.बडोदा, 13.झोपड़ी, 14.नंगला सियालती/नंगला इशरी सिंह, 15.ईखनका, 16.गाधानेर, 17.हुलताना
अलवर जिला में छिरकलौत पाल के गांव:-
1.शीतलखेड़ा, 2.दुधेरी, 3.बहादरा का बास
मथुरा जिला में छिरकलौत पाल के गांव:-
1.बाबूगढ, 2. साहब नगर/धूलगढी/कैरियां की गढ़ी, 3.नंगला उटावड़, 4.सिरोली नंगला
मेवात के अलावा देश के दूसरे जिलों के ऐसे गांव जहां छिरकलौत पाल के मेव की मेजोरिटी है:-
1.अमलनेर (जलगांव महाराष्ट्र), 2.नंगला भीका (जिला हाथरस), 3.मुंडियाखेडा (जिला रायसेन , 4.सुसनेर (जिला आगार मालवा), 5.शीतलगंज (उन्नाव जिला), 6.हैदरगढ़ (जिला बारांबकी), 7.फराखपुर मझोआ (जिला बरेली), 8.चिरचिटा (बुंलदशहर), 9.कर्मपुर चौधरी (जिला बरेली), 10.गाजीपुर गांव (जिला फतेहपुर यूपी), 11.मोहनगंज (जिला रायबरेली), 12.बसंतपुर (जिला पीलीभीत), 13.गैसुपुर (जिला बुंलदशहर)
इनके अलावा छिरकलौत पाल के मेव मेवाती की आबादी उत्तर प्रदेश के मेरठ, अलीगढ, बुंलदशहर, आगरा, बरेली, लखनऊ, पीलीभीत, गौतमबुद्धनगर, अमेठी जिलों, मध्य प्रदेश के श्योपुर, मंदसौर, रतलाम, राजगढ़ , सीहोर, उज्जैन, गुजरात के अहमदाबाद, राजस्थान के बारां, चित्तौड़गढ़ में भी पाई जाती है.
छिरकलोत जादूबंसी की बड़ी अहम पाल है. इसकी ज्यादा आबादी भ्याना में है, यह पाल हर वक्त महफूज रही .जब भी मेवात पर कोई आफत मुसीबत आई पाल छिरकलोत उससे महफूज रही हे. कहते हैं कि यह अकबर अली उर्फ दादा शाह चौखा की दुआ है.इनके पूर्वज का नाम छिरकन था इसलिए छिरकलोत कहलाए!
छिरकलौत पाल मे बाहड मेव पैदा हुऐ जिस को तारीख ने दादा बाहड के नाम से पुकारा है. एक दफा डेमरोत पाल के बीसरू गांव के एक मेव की लड़की को अकबर बादशाह के सिपाही अगवा करके ले गऐ थे .बाहड़ इसको छुडाने मे कामयाब हो गया था फिर उस लड़की की शादी बाहड़ से ही करदी थी . बाद में अकबर बादशाह सुराग लगाने में कामयाब हुआ और बाहड़ को पकड़ लिया उसको फांसी की सजा दी. छिरकलौत पाल के लोगों ने अंग्रेजी हुकूमत से भी संघर्ष किया. 1857 की जंग में इस पाल के लोगों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया.