चौहटन
चौहटन | |
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तहसील | |
चौहटन का विरात्रा माता मंदिर | |
चौहटन राजस्थान के मानचित्र में चौहटन की स्थिति चौहटन चौहटन (भारत) | |
निर्देशांक: 25°28′59″N 71°04′0″E / 25.48306°N 71.06667°Eनिर्देशांक: 25°28′59″N 71°04′0″E / 25.48306°N 71.06667°E | |
देश | India |
राज्य | राजस्थान |
जिला | बाड़मेर |
ऊँचाई | 178 मी (584 फीट) |
भाषाएँ | |
• आधिकारिक भाषा | हिन्दी, राजस्थानी, मारवाड़ी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
PIN | 344 702 |
टेलीफोन कोड | 02989 |
वाहन पंजीकरण | RJ-04 |
निकटतम नगर | बाड़मेर |
साक्षरता | 63.41 % पुरुष-75.06% स्त्री-50.29% |
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र | बाड़मेर-जैसलमेर |
जलवायु | शुष्क (Köppen) |
चौहटन राजस्थान राज्य के बाड़मेर जिले में स्थित एक कस्बा है जो जिला मुख्यालय से 51 किलोमीटर दूर स्थित है चौहटन में सुईया मेला आयोजित किया जाता है। यह एक तीर्थ भी है। राजस्थान में गोंद उत्पादन सबसे ज्यादा चोहटन में होता है जो कुमठ से लिया जाता है।
इतिहास
इस क्षेत्र का इतिहास सरदार हेमसिंह राठौड़ से जुड़ा हुआ है। जब पाकिस्तानी सैनिकों ने भारत पर आक्रमण किया तब पहाड़ी इलाका होने के कारण भारतीय सेना पाकिस्तानियों से युद्ध करने पहुंच नहीं पा रही थी। तब एक स्थानीय राजपूत जागीरदार राठौर सरदार हेम सिंह ने पहाड़ियों पर राजपूत और अन्य जातियों के लोगो को एकजुट कर उन्होंने अपने पारंपरिक हथियार धनुष और पुरानी बंदूकों से पाकिस्तानी सेना का डटकर सामना किया । इस घटना में कई राजपूत एवं भील वीर शहीद हो गए लेकिन उन्होंने पाकिस्तानियों को भारत की सीमा में प्रवेश नहीं करने दिया । स्थानीय शिक्षक सुरेश कुमार ने दौड़कर चोकी को सूचित किया और तब वहां भारतीय बल पहुंचा सरदार ठाकुर हेम सिंह ने चोहटन के लिए कई उथान के कार्य किये [1]। ।
चोहटन मे राठौर वंश के राजपूत जागीरदार का शासन रहा चौहटन एक धार्मिक नगरी है। चौहटन से 09 किलोमिटर दूर विरात्रा में माँ वाँकल का भव्य मन्दिर है।यह राजपूतो की भोपा और नेतड जाति की कुलदेवी है तथा साथ ही में केलनोर रोड पर गौराणा माता का मंदिर हैं जो विरात्रा माता का पूर्व(पहले) का रूप हैं यहां पर चौहटन विधानसभा क्षैत्र से अब्दुल हादी सात बार विधायक रहे तथा वर्तमान में पदमाराम मेघवाल विधायक हैं । यहां पर चोहटन की पहाड़ियों में महादेव जी का मंदिर है जिसे सुइयों का मंदिर कहा जाता है इस मंदिर की एक विशेषता है कि इसमें सोमवती अमावस्या और सटा नक्षत्र होने पर एक पवित्र जल की धारा निकलती है जिसे बहुत पवित्र माना जाता है यहां पर अनेक प्रकार से साधु संतों का आवागमन होता है यहां पर महंत श्री डूंगरपुरी जी महाराज की समाधि स्थित है यहाँ अर्धकुम्भ का मेला भी भरा जाता हैं तथा ईसी पहाड़ी पर पवित्र विष्णु पगलिया व पहाड़ी के पीछे वेर माता का मंदिर भी हैं
चोहटन के कुछ प्रमुख गांव
1 धारासार
2 शोभाला जेतमाल
3 बीजराड़
4 केलनोर
5 उपरला
6 ढोक
7 घोनिया
8 नेेतराड़
9 ईसरोल
10 देदूसर
11 नवातला जेतमाल
12 नवापुरा
13 अरबी की ग़फ़न
14 सोनडी (विष्णू धाम)
15 भलगाव
16 बाखासर
17 बुठ राठौडान