चीचली
चीचली Chichli | |
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चीचली मध्य प्रदेश में स्थिति | |
निर्देशांक: 22°50′N 78°49′E / 22.83°N 78.82°Eनिर्देशांक: 22°50′N 78°49′E / 22.83°N 78.82°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | मध्य प्रदेश |
ज़िला | नरसिंहपुर ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 9,977 |
भाषाएँ | |
• प्रचलित | हिन्दी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
चीचली (Chichli) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के नरसिंहपुर ज़िले में स्थित एक नगर है।[1][2]
चीचली Chichli Gaderwara
यह पीतल नगरी है ।यहॉ क़ासॉ ताबॉ ऐल्यूमिनियम आदि धातु के बर्तन बनाये जाते है ।जहां पुराने तरीक़े से बर्तन बनाये जाते हैं ।पुराने बर्तन को गलाकर बट्टी बनाकर उसे परम्परागत तरीक़े से हाथ से पीटकर गुंडी गंजी कसैडी परात कोंपल बनाई जाती है ।लेकिन अब मशीन का प्रयोग किया जाने लगा है ।गाँव में ४०० घर ताम्रकार समाज के है
काँसे के बर्तन मंजीरा झाँझ झझण घंटा भी उच्च स्तर के बनायें जातें है
राजा बर्तन की बहुत बड़ी दुकान है ।
राजू पैगवार का कारख़ाना प्रसिद्ध हैं
पुराने बर्तन में कई एनिटक समान बम्बई दिल्ली कलकत्ता खजुराहो के संग्राहक लें जाते है
एन टी पी सी का कारख़ाना स्थापित है ।
५२ गौड़ राजाओ के केंद्र में से एक रहा है ।
गॉगयी गौड़ राज परिवार रहता है
चीचली अंग्रेज़ भक्त थे ४० गाँव की जागीर थी राजा की उपाधि दी गई थी ।शंकर प्रताप सिंह जू देव राज्य सभा सांसद थे ।उनके एक वोट से संविद सरकार इंदिरा गाँधी की बची थी
चीचली राजमहल ५० फ़ीट नींव पर बना एक आकर्षक महल है जिसमें मंदिर है ।सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल लगता है
अजादी की लड़ाई में गॉव के मंशाराम गौरादेवी शहीद हुए थे ।जिनका स्मारक बना है
पचमुखी शिव की गुप्त क़ालीन प्रतिमा है ।जिस पर काला शिव लिंग नुमा मंदिर बना दिया गया है
लगभग ७४ हाथ के कारख़ाने हैं ।जिनमें १००डिगरी तापमान के उपर बर्तन बनाये जाते है ।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "Inde du Nord: Madhya Pradesh et Chhattisgarh," Lonely Planet, 2016, ISBN 9782816159172
- ↑ "Tourism in the Economy of Madhya Pradesh," Rajiv Dube, Daya Publishing House, 1987, ISBN 9788170350293