चावल चित्रकला एक प्राचीन भारतीय शिल्प है जिसमें चावल के दाने पर चित्रकारी की जाती है। चावल के अत्यंत छोटे दाने पर भी इस कला के शिल्पकार कुशलता से देवी-देवता, पशु-पक्षी का चित्र बनाते हैं या किसी के नाम के अक्षर लिखते हैं। इस कला का माँगलिक अवसरों पर बहुत उपयोग होता है।
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