चर्म कठपुतली
चर्म कठपुतली (Tholpavakoothu) जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है प्राचीन समय में दक्षिण भारत में यह चलचित्र की तरह जनसमुदाय को प्रदर्शित की जाती थी। इसमें मुख्यत: रामायण, महाभारत आदि धार्मिक प्रसंगों का चित्रण दर्शाया जाता था। चर्म कठपुतली चर्मपत्र पर बनाई जाती है तथा एक झीने परदे के पीछे से दीपक / बल्ब की रोशनी द्वारा दर्शाया जाता है। इन चर्म कठपुतलियों में विभिन्न मनोभावन रंग करे जाते हैं जो कि दर्शकों का मन मोह लेते हैं। इस चित्रकला के कलाकार बहुत ही मनोरंजक रूप से गाकर व इन्हें नचाकर प्रदर्शन करते हैं।