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चन्द

चन्द (अंग्रेज़ी: Chand) भारतके राजपूत और नेपालके ठकुरी लोगों का उपाधि हैं। चन्द चन्द्रवंशी हैं।[] चन्द नाम चन्द्रकी अप्रभंश हैं। कुमाऊं और पश्चिमी नेपाल में चन्द राजवंश था।[] विशेषकर सुदूर पश्चिम में बैतड़ी से, मध्य पश्चिम में प्युठान से होते हुए, म्याग्दी, पोखरा से होते हुए काठमांडू तक, चन्द ठकुरीका बसोवास है।[] भारत के विभिन्न भागों में विशेषकर उत्तराखंड राज्य के कांगड़ा, गढ़वाल, कुमाऊं, पिथौरागढ़, नेपाल के बैतड़ी और पूरे नेपाल में फैले इस जाति की नेपाल में बहुत मजबूत ऐतिहासिक और सामाजिक पहचान है। इसका प्रारंभिक श्रेय चंदों के पूर्वज रानादेउ, भानादेउ, उदयदेउ और जसुदेउको जाता है, जो भारत से बैतड़ी आए और अपना शासन शुरू किया।[] हालांकि, आधुनिक नेपाली राजनीतिक इतिहास के महान शहीद दशरथ चांद भी इसी प्रसिद्ध चांद वंश के थे उसके बाद लोकेंद्र बहादुर चन्द, जो चार बार नेपाल के प्रधान मंत्री बने, चन्द वंश को वर्तमान स्थिति में लाने के लिए योगदान हैं। इसी प्रकार भारत के उत्तराखंड राज्य (कुमाऊं, गढ़वाल, कांगड़ा, पिथौरागढ़, सिंजावलीगढ़, चंपावत आदि) में 11वीं शताब्दी से लेकर 19वीं शताब्दी तक चन्द वंश का शासन होने के कारण चन्द वंश की सामाजिक स्थिति और पहचान प्रतीत होती है।

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