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चंद्रवंश

चंद्रवंश अथवा चंद्र राजवंश, जिसे सोमवंश अथवा सोम वंश के नाम से भी जाना जाता है, प्राचीन भारतीय ग्रंथों में वर्णित क्षत्रिय वर्ण, या योद्धा-शासक जाति का एक प्रसिद्ध प्रमुख वंश है। कहा जाता है कि यह पौराणिक (मिथकीय) राजवंश चंद्रमा से संबंधित देवताओं (सोम या चंद्र) का वंशज था।[1]

शतपथ ब्राह्मण के अनुसार, पुरुरवा नामक पौराणिक व्यक्ति बुध (ग्रह के नाम पर कल्पित देवता, जिन्हें सोम के पुत्र के रूप में वर्णित किया जाता है) और लिंग-परिवर्तन करने वाली देवी इला (मनु की बेटी के रूप में पैदा हुई) का पुत्र था।[2] पुरुरवा के प्रपौत्र ययाति थे, जिनके यदु, तुर्वसु, द्रुह्यु, अनु और पुरु नामक पाँच पुत्र थे। ये वेदों में वर्णित पांच वैदिक जनजातियों (कबीलों) के नाम प्रतीत होते हैं।[3]

महाभारत के अनुसार, चंद्र वंश के पूर्वज इला ने प्रयाग से शासन किया था, और उनका एक पुत्र शशबिंदु था, जो बह्लि देश में शासन करता था।[4] इला और बुध का पुत्र पुरुरवा था, जो संपूर्ण पृथ्वी का प्रथम चंद्रवंशी सम्राट बना। इला के वंशजों को ऐल के नाम से भी जाना जाता था।[5]

सन्दर्भ

  1. Paliwal, B. B. (2005). Message of the Purans. Diamond Pocket Books Ltd. पृ॰ 21. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-8-12881-174-6.
  2. Thapar 2013, पृ॰ 308.
  3. A. K. Warder (1972). An Introduction to Indian Historiography. Popular Prakashan. पपृ॰ 21–22.
  4. Doniger, Wendy (1999). Splitting the difference: gender and myth in ancient Greece and India. University of Chicago Press. पृ॰ 273. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-226-15641-5. अभिगमन तिथि 25 August 2011.
  5. Garg 1992, पृ॰ 17.

स्रोत ग्रंथ