गेल क्रेटर
गेल (अंग्रेज़ी: Gale) मंगल ग्रह पर स्थित एक क्रेटर है। यह आइलीज़ियम पलैनिटिया (Elysium Planitia) नाम के इलाके के निचले हिस्से में स्थित है। इसका गोल आकार है और इसका व्यास (डायामीटर) लगभग १५४ किलोमीटर है। माना जाता है कि यह आज से ३.५ से ३.८ अरब साल पहले हुए एक प्रहार से बना था।[1] इसका नाम वॉल्टर फ़्रेडेरिक गेल नाम के खगोलशास्त्री पर रखा गया था जिसने १९वीं सदी ईसवी में मंगल पर काफ़ी अनुसंधान किया था। नवम्बर २०११ में अमेरिका ने एक क्युरियौसिटि नामक शोध यान मंगल की तरफ़ भेजा। अगर यह प्रयास कामयाब रहा तो अगस्त २०१२ में यह गेल क्रेटर में उतरेगा और उस क्रेटर के बारे में बहुत सी जानकारी पृथ्वी की ओर भेजेगा।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "Mars Odyssey Mission THEMIS: Feature Image: Gale Crater's History Book". मूल से 4 नवंबर 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 नवंबर 2011.