गालव ऋषि
एक प्रसिद्ध दंतकथा के अनुसार, ऋषि गालव ने अपने गुरु विश्वामित्र को गुरु-दक्षिणा में 800 श्यामकर्णी अश्व देने का वचन दिया था। उन विशेष अश्वों की प्राप्ति के लिए उन्होंने यहाँ साठ हजार वर्षों तक कठिन तपस्या की थी। जिसके फलस्वरूप उन्हें 600 श्यामकर्णी अश्वों और माधवी की प्राप्ति हुई, जिन्हें अपने गुरु को दक्षिणा में दकर उन्होंने अपना वचन पूरा किया।