गति सीमा
सड़क में गति सीमा का उपयोग अधिकतम देशों द्वारा किया जाता है। हर सड़क पर उसके स्थिति के अनुसार एक मानक तय किया जाता है। इसमें गति सीमा प्रमुख है। स्थान के अनुसार इसका मानक भी विभिन्न होता है। सामान्यतः गति सीमा के स्थान पर अन्य यातायात चिन्ह होने हैं। कुछ स्थानों पर कोई भी गति सीमा नहीं होती है। जहाँ कोई भी कितनी भी गति से वाहन चला सकता है।
इतिहास
अधिकतम गति सीमा का उपयोग पहली बार इंग्लैंड में वर्ष 1861 में किया गया था।[1] तब उसकी गति 16 किमी रखी गई थी। पूरे विश्व में सबसे अधिक गति से कुछ भेजने की गति सीमा 140 किमी है। इंग्लैंड ने प्रथम अंकीय गति सीमा का निर्माण किया और उसके लिए धारा 1861, 1865 और 1878 का निर्माण किया। इसमें धारा 1896 के अंतर्गत गति सीमा 16 किमी किसी भी शहर के खुले सड़क पर रहेगी। यदि वह चालक शहर में चला रहा है तो 3 किमी कम और गाँव में यह 6 किमी कम हो जाएगी। धारा 1865 के अंतर्गत (जिसे लाल ध्वज धारा भी कहते हैं) को लाया। इसके अंतर्गत गति सीमा को बढ़ा कर 23 किमी कर दिया गया। इस दिन को लंदन में वार्षिकोत्सव के रूप में मनाते हैं।[2][3][4]
सन्दर्भ
- ↑ Criminal on the Road:A Study of Serious Motoring Offences and Those Who Commit Them. Routledge. 1964. पृ॰ 64. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0415264162.
- ↑ "Motoring firsts". National Motoring Museum. मूल से 14 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.
- ↑ Adam Hart Davis. "The Eureka Years". BBC Radio 4. मूल से 14 जनवरी 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.
- ↑ "US History, Criminal Justice, The first speeding ticket". मूल से 3 मई 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2016.