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खण्डेला

खण्डेला
Khandela
खण्डेला is located in राजस्थान
खण्डेला
खण्डेला
राजस्थान में स्थिति
निर्देशांक: 27°36′14″N 75°30′00″E / 27.604°N 75.500°E / 27.604; 75.500निर्देशांक: 27°36′14″N 75°30′00″E / 27.604°N 75.500°E / 27.604; 75.500
देश भारत
प्रान्तराजस्थान
ज़िलासीकर ज़िला
जनसंख्या (2011)
 • कुल29,044
भाषा
 • प्रचलितहिन्दी, मारवाड़ी
समय मण्डलभामस (यूटीसी+5:30)

खण्डेला (Khandela) भारत के राजस्थान राज्य के सीकर ज़िले में स्थित एक नगर है।[1][2]

इतिहास

खण्डेला का नाम यदुवंश के 89वें राजा मधु के विभिन्न पुत्रों में से एक पुत्र खडकसेन के नाम से खण्डेला पडा। खडकसेन जी के पिता राजा मधु एक पराक्रमी तथा प्रजाप्रिय राजा थे। खडकसेन जी अपने पिता से किसी बात पर नाराज होने के कारण अपनी पत्नी, पुत्र तथा एक छोटे भाई को व अपने सैनिकों को लेकर नये राज्य की स्थापना के लिए राजमहल से निकल गये। खडकसेन जी अपनी कुलदेवी माँ कालका के परम भक्त थे तथा माता का इष्ट हमेशा अपने साथ रखते थे। माँ कालका के आशीर्वाद से खडकसेन अपने पिता के राज्य से 400 मील पूर्व दिशा में अपना राज्य स्थापित किया। वहां पर पहले चौहान राजपूतों का राज्य था परन्तु युध्द में उन्हें ललकारा और चौहान राजपूत युध्द में हार गये और खडकसेन जी की विजय हुई उसके बाद खडकसेन जी ने वहा पर खण्डेलगढ का किला बनवाया, कालिका माता जी का शिखर बंध मंदिर बनवाया तथा कृष्ण भगवान का मंदिर बनवाया खडकसेन जी से ही खरवड राजपूतों की उत्पत्ति हुई । खडकसेन जी की रानी सौभाग्य कंवर पवार धारा नगरी की राजकुमारी थी । खडकसेन जी के बाद खडकसेन जी के वंश में संग्रामसिंह जी हुए इन्हों के समय मे ही मानकराव निर्वाण चौहानो ने वापस खण्डेला पर आक्रमण कर दिया और खण्डेला इनसे छुट गया, खण्डेला छूटने के बाद ये द्वारिका की तरफ विक्रम संवत 1125 ( सन् 1068) में निकल पड़े।

भौगोलिक स्थिति

खण्डेला की समुद्रतल से ऊँचाई 318 मीटर (1,043 फीट) है। यह सीकर से 50 किमी की दूरी पर स्थित है।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. "Lonely Planet Rajasthan, Delhi & Agra," Michael Benanav, Abigail Blasi, Lindsay Brown, Lonely Planet, 2017, ISBN 9781787012332
  2. "Berlitz Pocket Guide Rajasthan," Insight Guides, Apa Publications (UK) Limited, 2019, ISBN 9781785731990