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क्यूपिड

हाथ में धनुष लिए प्रेम के देवता क्यूपिड की एक मूर्ति

क्यूपिड (लातिनी: Cupidus कूपिदुस) प्राचीन रोमन धर्म के देवताओं में से एक हैं। वह कामदेव की तरह प्रेम और काम-वासना के देवता हैं। उनके समतुल्य प्राचीन यूनानी धर्म के देवता थे ईरोस। उनका एक और लातिनी नाम है, आमोर। ये रोमन देवता ज्यूपिटर और देवी वीनस के पुत्र माने जाते हैं। उनको एक पंख लगे बच्चे की तरह चित्रित किया जाता है, हाथ में धनुष होता है जिससे ये बाण छोड़कर मनुष्यों में प्रेम भाव जागृत करते हैं। कहा जाता है कि क्यूपिड का बाण लगने पर मनुष्य जिससे भी सबसे पहले मिलता है उससे अत्यधिक प्रेम करने लगता है। इन्हें कहानियों में अत्यधिक चंचल, चपल और रसिक वर्णित किया जाता है। इनके तूणीर में दो तरह के बाण होते हैं - स्वर्णिम नोक वाले बाण जिनसे प्रेम जागृत होता है और सीसे की नोक वाले बाण जिनसे घृणा उत्पन्न होती है। कई चित्रों में इनके तीरों की नोक को हृदयाकार भी दिखाते हैं। वैलेंटाइन दिवस के मौके पर खास तौर पर क्यूपिड के चित्र देखने को मिलते हैं।