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कोलोनी (जीवविज्ञान)

उत्तर सागर के हेल्गोलैंड द्वीपसमूह में उत्तरी गैनट नामक पक्षी जाति की एक जनन कोलोनी

जीवविज्ञान में कोलोनी (colony) एक ही जीववैज्ञानिक जाति के दो या उस से अधिक जीवों के एक साथ निवास के स्थान को कहते हैं। यह जीव एक-दूसरे से कुछ चीज़ों में सहयोग करते हैं और कुछ जातियों में एक-दूसरे से जुड़े हुए भी हो सकते हैं। इस सहवास के कई लाभ हो सकते हैं, मसलन बड़े परभक्षियों से अपनी रक्षा कर पाना, बड़े आकार के ग्रास को पकड़ सकना, बड़े ढांचे बनाकर वातावरण से अपनी रक्षा करना, लैंगिक जनन में अपना जोड़ा आसानी से ढूंढ पाना, और शिशुओं की सामूहिक रूप से रक्षा व पोषण करना।[1] बैक्टीरियाफफूंद में अक्सर कोलोनिया किसी ठोस सतह पर पाई जाती हैं। कुछ प्राणियों में कोलोनियाँ केवल साल के कुछ भाग में ही जनन के लिए बनाई जाती हैं।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. Jackson, J.B.C. (1977). "Competition on Marine Hard Substrata: The Adaptive Significance of Solitary and Colonial Strategies". The American Naturalist. 111 (980): 743–767. डीओआइ:10.1086/283203.