कोदण्ड धनुष
बहुत कम लोगों को मालूम होगा कि भगवान राम के धनुष का नाम कोदंड था इसीलिए प्रभु श्रीराम को "कोदंडधारी" कहा जाता था। कोदंड का अर्थ होता है बांस से निर्मित। कोदंड एक चमत्कारिक धनुष था जिसे हर कोई धारण नहीं कर सकता था। कोदंड नाम से भिलाई में एक राम मंदिर भी है जिसे 'कोदंड रामालयम मंदिर' कहा जाता है। भगवान श्रीराम ने दंडकारण्य में 10 वर्ष से अधिक समय तक भील, वनवासी और आदिवासियों के बीच रहकर उनकी सेवा की थी। मै काके कोदंड लछमन राव मेरे पुरखे गंजाम जिले ( आंध्र प्रदेश)के थे, वर्तमान समय मे मै कानपुर मे रहता हूं,मो•८८८७७१८६७९ मुझे बताया गया था कि कोदंड धनुष मेरे पूर्वज की देखरेख मे रखा गया था । मेरे पूर्वज कोदंड धनुष की सेवा मे थे और भगवान परशुराम के वंशज से थे ,मेरे यहा फरसे की पूजा होती थी मेरा नाम: काके कोदंड लछमन राव पुत्र श्री काके कोदंड अप्पना राव मै कानपुर मे रहता है मेरे माता पिता आंध्रप्रदेश से थे मेरे पिताजी कानपुर मे small arms factory मे थे 1980 मे सेवानिवृत्त हुए थे। whatsspp no. 88877 18679