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केस स्टडी

केस स्टडी वास्तविक दुनिया के संदर्भ में किसी विशेष मामले की गहन तथा विस्तृत जाँच है।[1] जैसे - चिकित्सा के क्षेत्र में केस स्टडी किसी व्यक्तिगत रोगी या बीमारी पर केंद्रित हो सकती है; व्यवसाय के क्षेत्र में केस स्टडी किसी विशेष फर्म की रणनीति या व्यापक बाजार को समाहित कर सकती है।

सामान्यतः केस स्टडी लगभग किसी भी व्यक्ति, समूह, संगठन, घटना, कार्रवाई को उजागर कर सकती है। केस स्टडी में ज़रूरी नहीं कि अवलोकन एक हो बल्कि इसमें एक से अधिक अवलोकन शामिल हो सकते हैं।[2]

कई मामलों से संबंधित अनुसंधान परियोजनाओं को प्रायः क्रॉस-केस रिसर्च कहा जाता है जबकि किसी एक मामले के अध्ययन को इनसाइड-केस रिसर्च कहा जाता है।[3]

सामाजिक विज्ञान और प्राकृतिक विज्ञान दोनों में केस स्टडी रिसर्च को बड़े पैमाने पर अपनाया गया है। केस स्टडीज की अनेकों परिभाषाएँ अवलोकनों की संख्या, विधि (गुणात्मक), शोध की मोटाई (किसी घटना और उसके संदर्भ की एक व्यापक जाँच) और शोध में शामिल प्रकृतिवाद पर ज़ोर देती हैं। विद्वानों के अनुसार केस स्टडी में ज़रूरी नहीं कि एक अवलोकन (N=1) शामिल हो, लेकिन इसमें एक ही केस के भीतर या कई मामलों में कई अवलोकन शामिल हो सकते हैं।[4]

परिभाषा

जॉन गेरिंग ने केस स्टडी को परिभाषित करते हुए इस बात का स्पष्ट रूप से उल्लेख किया है कि केस स्टडी एक ऐसा दृष्टिकोण है जो एकल इकाई या इकाइयों की एक छोटी संख्या (मामलों) का गहन अध्ययन करता है, जिसका उद्देश्य समान इकाइयों वाले एक बड़े वर्ग को समझना है।[5]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. ब्रोम्ली, डी. बी. (1986). द केस-स्टडी मैथड इन साईकोलॉजी एंड रिलेटेड डिसिप्लिंस. काईचेस्टर: विले. OCLC 12235475. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-471-90853-3.
  2. गेडेस, बारबरा (2003). Paradigms and Sand Castles (पैरा़डाइम्स एंड सैंड कैसल्स). एन्न आर्बोर, एमआई: यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन प्रेस. पृ॰ 117. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-472-09835-4. डीओआइ:10.3998/mpub.11910.
  3. जॉर्ज, अलेक्ज़ेंडर एल.; बेनेट, एंड्र्यू (2005). Case Studies and Theory Development in the Social Sciences (केस स्टडीस एड थ्योरी डेवेलप्मेंट इन द सोशल साइंसेज़) (अंग्रेज़ी में). एमआईटी प्रेस. पृ॰ 18. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-262-57222-4.
  4. गेडेस, बारबरा (2003). Paradigms and Sand Castles (पैराडाइम्स एंड सैंड कैसल्स). एन्न आर्बर, एमआई: यूनिवर्सिटी ऑफ़ मिशिगन प्रेस. पृ॰ 117. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-472-09835-4. डीओआइ:10.3998/mpub.11910.
  5. गेरिंग, जॉन (2007). Case Study Research: Principles and Practices (अंग्रेज़ी में). कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस. पृ॰ 37. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-521-85928-8.

बाहरी कड़ियाँ