कुलस्वामिनी श्री धनदाई देवी
कुलस्वामिनी श्री धनदाई देवी (आदिशक्ति) मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो महाराष्ट्र,भारत में सकरी तालुका के पास म्हसदी गाव में स्थित है। यहाँ, देवी कुलस्वामिनी श्री धनदाई देवी की पूजा धनाई पर्वत के ठीक बगल में की जाती है, जो कभी हिंदू धर्म का केंद्र था। कुलस्वामिनी श्री धनदाई देवी जो आदिशक्ती का ही अवतर हैं। धनदाई देवी क्षत्रिय मराठा-कुणबी समाज के कुलो की कुलदेवी हैं जिनमें प्रमुख कुल में खानदेश के शिंदे/सिंधिया और पाटिल कुल देवरे, बेड़से आदि आते हैं।
कुलस्वामिनी श्री धनदाई देवी (आदि शक्ति) | |
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मराठी ब्राह्मण - क्षत्रिय गोत्र की कुलदेवी | |
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संस्कृत लिप्यंतरण | śrī dhanadā'ī mātā |
Devanagari | श्री धनदाई माता |
संबंध | आदि शक्ति, महालक्ष्मी, दुर्गा, महिषासुर मर्दिनी, चण्डी, काली, ग्रामदेवता, कुलदेवी |
मंत्र | सिद्धी बुद्धिप्रदे देवी, भुक्तिमुक्ति प्रदायिनी ।। मंत्र, यंत्र, मूर्ती सदा देवि, धनदाई नमोस्तुते ।। |
अस्त्र | लाल त्रिशूल, पीला त्रिशूल, मशाल, तलवार |
सवारी | महिषासुर (भैंसा रुप में असुर) |
मंदिर मराठी लोगों के लिए पूजा का एक प्रमुख स्थान है। लेकिन मराठी परिवार के साथ-साथ कुलस्वामिनी श्री धनदाई देवी की पूजा कई जातियों द्वारा की जाती है, विशेष रूप से मराठी ब्राह्मण, मराठा-कुणबी और कुछ हद तक लोनारी और मराठी माली जाति से संबंधित लोग उनके कुलदेवत, कुलदेवी या कुलदेवता के रूप में पूजा करते हैं। भक्त नवरात्रि और चैत्र नवरात्रि के सभी अवसरों पर पूजा करने और उत्सव मनाने के लिए मंदिर में आते हैं। ऐसा माना जाता है कि देवी के पास जादुई शक्तियां हैं। कुलस्वामिनी श्री धनदाई देवी खानदेश के शिंदे/सिंधिया की कुलदेवी हैं। जो 15वीं शताब्दी में पश्चिम खानदेश के रावसाहेब के रूप में अमीरगढ़ (राजस्थान में वर्तमान) से आए थे। 1500 के दशक में शिंदे, देवरे और बेडसे परिवार राजस्थान से आए थे और अतीत में एक ही कुल के देवता थे। उन्होंने एक पत्थर की वास्तुकला वाला मराठी मंदिर बनाया और कुलदेवी के रूप में पूजा शुरू की। धनदाई देवी मराठी जाति जैसे राजपूत, माली (महाजन), ब्राह्मण, कोली, भोई आदि में भी पूजी जाती हैं।
कुलस्वामिनी श्री धनदाई देवी निचे दिये ब्राह्मण ओर क्षत्रिय कुलों की कुलदैवी हैं -
१) शिंदे/सिंधिया
२) देवरे
३) खैरनार
४) देसले
५) बेडसे
६) भुसे
७) बेंडाळे
८) रौंदळ
९) गायकवाड
१०) वेंडाईत
११) कुवर
१२) तोरवणे
१३) सयाईस
१४) नेरपगार
१५) सताविसकर
१६) देशमुख/देशपाटील/सरपाटील (क्षत्रिय पदवी)
१७) पट्टराजा/पाटील (क्षत्रिय पदवी)
१८) कुलकर्णी (ब्रह्माण पदवी)
१९) जोशी (ब्राह्मण पदवी)
२०) देशपांडे (ब्राह्मण पदवी)
२१) मांडवडे
२२) पवार/परमार
२३) ईशी
२४) सूर्यवंशी
२५) केदार
२६) खराटे
२७) गांगुर्डे
२८) साळी
२९) धोंगडे
३०) खोलमकर
३१) कडभाने
३२) नांद्रे
३३) शंकपाळ
३४) विश्वास
३५) माळी (महाजन)
३६) गिरासे (राजपूत)
३७) व्यवहारे
३८) वाघ/वाघमारे
३९) डबे
४०) तुपे
४१) अमराळे
४२) महाले
४३) चव्हाण/चौहान
४४) ठोंबरे
४५) निकुम/निकुंभे
४६) डामरे
४७) परांडे
४८) इंगळे
४९) मोराडे
५०) श्रीवंत यय
५१) कुलथे
५२) हयाळीज
५३) पुराणिक
५४) अग्िहोत्री
५५) आहेर
५६) चौरे
५७) घुमरे
५८) जाधव
५९) काकुळदे
६०) शिरसाट
६१) बोडके
६२) दहियेकर
६३) सोनजे
६४) बाविस्कर
६५) फडोळ
६६) बस्ते
६७) धनगर
६८) डोमे
६९) लोकाक्षी
७०) रामराज्य
७१) थोरात
७२) जगताप
७३) रकिबे
७४) मराठे
९५) सालुंखे/सोलंकी
७६) शिसोदे/शिसोदिया/भौंसले
७७) गोहिले/गोहिल
७८) मोरे/मोर्य
७९) खैरे
८०) धोंडगे
- ↑ "Dhandai Devi", Wikipedia (अंग्रेज़ी में), 2023-02-21, अभिगमन तिथि 2023-02-25