ओम प्रकाश जिंदल
ओम प्रकाश जिंदल | |
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कार्यकाल 2005–2005 | |
चुनाव-क्षेत्र | हिसार विधान सभा क्षेत्र |
जन्म | 7 अगस्त 1930 हिसार, पंजाब, ब्रिटिश भारत |
मृत्यु | 31 मार्च 2005 (उम्र 74 वर्ष) |
राजनीतिक दल | भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस |
जीवन संगी | सावित्री जिंदल |
बच्चे | 4 पुत्र |
निवास | हिसार |
धर्म | हिंदू |
ओम प्रकाश जिंदल(7 अगस्त 1930 – 31 मार्च 2005) भारत के इस्पात उद्योग के एक बड़े कारोबारी एवं राजनीतिज्ञ थे।[1][2] वे जिंदल समूह के संस्थापक[3] थे तथा हरियाणा राज्य की अर्थव्यवस्था में इस औद्योगिक परिवार का भारी योगदान माना जाता है।
ओम प्रकाश जिंदल हरियाणा के ऊर्जा मंत्री रहे हैं और 11वीं लोकसभा के सदस्य भी रहे।
मैन ऑफ स्टील के अलंकरण से सुशोभित[] ओम प्रकाश जिंदल तकनीकी एवं इंजीनियरिंग कार्यों में अत्यधिक रूचि रखते थे। उन्होंने तकनीकी एवं इंजीनियरिंग की कोई विधिवत शिक्षा नहीं ली थी लेकिन इन विषयों के प्रति गहरे लगाव और गहन अभिरूचि ने उन्हें एक सफल उद्योगपति बनाया। वे सर्वप्रथम किसान थे, फिर साधारण व्यापारी, उसके बाद बाल्टी निर्माता और अंत में अंतरराष्ट्रीय ख्याति के उद्योगपति एवं हरियाणा के लोकप्रिय नेता हुए।
प्रारंभिक जीवन
जिंदल उद्योग समूह के संस्थापक ओम प्रकाश जिंदल का जन्म 7 अगस्त 1930 में हरियाणा राज्य के नलवा गांव (हिसार) में एक किसान परिवार में हुआ।[4] लेकिन उन्हें बचपन से ही मशीनों में रुचि थी। उन्होंने कटे और बेकार फेंक दिए गए पाइपों का व्यापार शुरू किया। वह इस तरह के पाइप, आसाम के बाजारों से नीलामी में खरीदते थे और उन्हें कलकत्ता में बेचते थे। कोलकाता के पास में लिलुआ नामक स्थान में पाइप बेंड और सॉकेट बनाने की एक फैक्टरी लगाई। यह सबसे पहली औद्योगिक ईकाई थी, जिसे ओम प्रकाश और उनके भाइयों ने 1952 में स्थापित की और इसका नाम जिंदल (इंडिया) लिमिटेड रखा गया। टाटा और कलिंग के बाद, भारत में अपनी तरह की तीसरी फैक्टरी थी। इस उपलब्धि के चलते ओम प्रकाश जिंदल पश्चिम बंगाल और पूर्वी भारत में लोकप्रिय हो गए। यहां कुछ सालों तक काम करने के बाद 1960 में अपने पैतृक जिला हिसार आ गए और यहां भी उद्योग लगाया। उन्होंने 34 औद्योगिक इकाइयां स्थापित कीं। इनमें से 30 भारत में, तीन अमेरिका में और एक इंडोनेशिया में स्थित हैं। अब इन इकाइयों का संचालन उनकी पत्नी सावित्री देवी जिंदल और चार पुत्र पृथ्वी राज जिंदल, सज्जन जिंदल, रतन जिंदल और नवीन जिंदल करते हैं। जिंदल उद्योग समूह का मुख्य व्यवसाय स्टील से संबंधित है, फिर भी उसे चार वर्गों-पाइप्स, कार्बन स्टील, स्टेनलेस स्टील, रेल व ऊर्जा में बांटा जा सकता है। अपने पिता की ही तरह उनके चारों पुत्र कामयाब उद्योगपति माने जाते हैं और अपनी कंपनियों को नई ऊंचाईयों ले जाते हुए देश के औद्योगिक विकास में योगदान दे रहे हैं।
राजनीतिक जीवन
सन् 1991 में पहली बार वे विधायक चुने गए। सन् 1996 में कांग्रेस की टिकट पर कुरुक्षेत्र से लोकसभा के लिए चुने गए। हिसार से दोबारा विधायक बनने के साथ ही ओम प्रकाश जिंदल ने प्रदेश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई। इसी दौरान अपने छोटे पुत्र नवीन जिंदल को 2004 में लोकसभा का चुनाव कुरुक्षेत्र से लड़ाया, जिसमें उन्हें विजय हासिल हुई। वर्ष 2005 में पुनः हिसार से विधायक के लिए खड़े हुए और जीत हासिल हुई। स्वर्गीय जिंदल को ऊर्जा मंत्री बनाया गया। राजनीति और जनसेवा करते हुए वे लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचे और इस संसार से विदा ले ली।[5]
सन्दर्भ
- ↑ September 5, 2005 (2005-09-05). "The Story Of Om Prakash Jindal by Anil Dharker; Invisible Wound by S.C. Bansal : Books - India Today 5092005". Indiatoday.intoday.in. मूल से 5 अक्तूबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-05-09. पाठ "UPDATED 17:09 IST" की उपेक्षा की गयी (मदद)सीएस1 रखरखाव: फालतू चिह्न (link) सीएस1 रखरखाव: एक से अधिक नाम: authors list (link)
- ↑ "Jindal Stainless". Jindal Stainless. मूल से 1 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-05-09.
- ↑ "A Tribute to Shri O.P. Jindal, Founder Chairman of the Jindal Group". Jindalsteelpower.com. मूल से 5 मई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-05-09.
- ↑ "The story of Om Prakash Jindal". Ndtv.com. 2006-09-04. मूल से 2 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2017-05-09.
- ↑ "O.P. Jindal killed in copter crash in UP | Business Line" (अंग्रेज़ी में). Thehindubusinessline.com. अभिगमन तिथि 2017-05-09.