ऑलवर गॉल्डस्मथ
ऑलिवर गॉल्डस्मिथ | |
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![]() पोर्ट्रेट 1769–70 by जोशुआ रोनाल्ड द्वारा निर्मित | |
जन्म | 10 नवम्बर 1728 (disputed) Either Ballymahon, County Longford, Ireland or Elphin, County Roscommon, Ireland |
मौत | 4 अप्रैल 1774 लंदन, इंग्लैण्ड | (उम्र 43)
कब्र | Temple Church, London |
पेशा | नाटककार, कवि |
भाषा | अंग्रेज़ी |
शिक्षा | कला स्नातक |
उच्च शिक्षा | ट्रिनिटी कॉलेज, डबलिन |
आंदोलन | The Club |
उल्लेखनीय कामs | The Vicar of Wakefield, "The Deserted Village", The Good-Natur'd Man, She Stoops to Conquer |
ऑलवर गॉल्डस्मथ अंग्रेज़ी का मशहूर लेखक था जो आयरलैंड में पैदा हुआ था। पादरियों के विरोध से इस का सम्बंध था।
शिक्षा
ट्रिनिटी कॉलिज डबलिन में शिक्षा हासिल की। बाद में एडिनबरा और फिर लीडन में डाक्टरी की शिक्षा हासिल की।
कार्य
शुरू में काम किया की लेकिन कामयाबी नहीं हुई। चूँकि तबीयत में साहित्य की तरफ़ रुचि ज़्यादा थी, इस लिए पत्रिकाओं के लिए लिखना शुरू किए। जब उसकी किताब ‘दुनिया के नागरिक’ (Citizens of the World) प्रकाशित हुई तो लोग उस की साहित्य में हैसियत मानने लगे। चंद और किताबों से उस की शोहरत बढ़ने लगी। गोल्डस्मिथ को अंग्रेज़ी साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान हासिल है और ये उन्हें इसके दो मशहूर कामेडी ड्रामों की वजह से हासिल हुआ है। एक "दी गुड नेचरड मैन" (Good Natured Man) और दूसरा "शी सटोपस टू क्न्कुर" (She stoops to Conquer) है। इनके अनुवाद कई ज़बानों में हो चुके हैं और ये आज तक स्टेज पर खेले जाते हैं। उन्हों ने उपन्यास एक ही लिखा है और वो है "दी विकार आफ़ वेकफ़ील्ड" (The Vicar of Wakefield) थी। गोल्डस्मिथ के दौर में साहित्य पर संवेदनशीलता बहुत छाई हुई थी। इसने अपनी रचनाओं के ज़रीए यथार्थवाद को प्रचलित किया। गोल्डस्मिथ ने अपनी रचनाओं से काफ़ी कमाया लेकिन हमेशा गरीबी की ज़िंदगी ही उन्हें नसीब हुई। बासोल ने इस के बारे में लिखा था कि वो पागलपन की हद तक महमाननवाज़ था और नरम दिल था। किसी दूसरे की परेशानी उनसे देखी नहीं जाती थी। अपने दौर के कलाकारों और साहित्यकारों और खासतौर पर सैमुअल जॉनसन से इसकी अच्छी दोस्ती थी।