उपाख्यान
उपाख्यान (उप + आख्यान) किसी बड़ी कहानी के अन्दर लिखी गई छोटी कहानी को कहते हैं। उदाहरण के रूप में महाभारत जैसे आदि ग्रंथ में कई छोटी-छोटी कहानियाँ या उपाख्यान मौजूद हैं।
महाभारत के उपाख्यान
- शकुन्तला उपाख्यान
- ययाति उपाख्यान
- महाभिष उपाख्यान
- अणिमाण्डव्य
- व्युषिताश्व
- तपति उपाख्यान
- वशिष्ठ उपाख्यान
- और्व उपाख्यान
- पंचेन्द्र उपाख्यान
- सुन्द-उपसुन्द उपाख्यान
- सार्ंगक उपाख्यान
- सौभवध उपाख्यान
- नलोपाख्यान
- अगस्त्य उपाख्यान
- ऋष्याशृंग उपाख्यान
- कार्तवीर्य उपाख्यान (जामदग्न्य)
- शुकन्या उपाख्यान
- मान्धातृ उपाख्यान
- जन्तु उपाख्यान
- श्येन-कपोतीय उपाख्यान
- अष्टावक्रीय उपाख्यान
- यवक्रीत उपाख्यान
- वैन्य उपाख्यान
- मत्स्य उपाख्यान
- माण्डूक उपाख्यान
- इन्द्रद्युम्न उपाख्यान
- धुन्धुमार उपाख्यान
- पतिव्रता उपाख्यान
- मुद्गल उपाख्यान
- रामोपाख्यान
- सावित्री उपाख्यान
- आरणेयम् उपाख्यान
- इन्द्रविजय उपाख्यान
- अम्बा उपाख्यान
- विश्व उपाख्यान
- त्रिपुर उपाख्यान
- कर्ण-शाल्य-संवाद उपाख्यान या हंस-काकीय उपाख्यान
- इन्द्र-नमुचि उपाख्यान
- वृद्ध-कुमारी उपाख्यान
- षोडशराज उपाख्यान
- नारद-पार्वत उपाख्यान
- राम उपाख्यान
- मुचुकुन्द उपाख्यान
- उष्ट्रग्रीवा उपाख्यान
- दण्ड-उत्पत्ति-कथन उपाख्यान
- ऋषभ-गीता उपाख्यान (सुमित्र उपाख्यान)
- कपोत उपाख्यान
- कृतघ्न उपाख्यान
- जापक उपाख्यान
- चिरकारि उपाख्यान
- कुण्डधार उपाख्यान
- नारायणीय-हयशिर उपाख्यान
- ऊँचवृत्ति उपाख्यान
- सुदर्शन उपाख्यान
- विश्वमित्र उपाख्यान
- भंगाश्वन उपाख्यान
- उपमन्यु उपाख्यान
- मतंग उपाख्यान
- वीतहव्य उपाख्यान
- विपुला उपाख्यान
- च्यवन उपाख्यान
- नृग उपाख्यान
- नचिकेत उपाख्यान
- कीट उपाख्यान
- उतंक उपाख्यान (या उत्तंक उपाख्यान)
- नकुल उपाख्यान
- यक्ष प्रश्न आख्यान
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
- भारतीय कथा परंपरा (राधावल्लभ त्रिपाठी)