इब्राहिम मालूफ़
इब्राहिम मालूफ़ | |
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![]() 2014 के फेस्टिवल डू बाउट डू मोंडे में इब्राहिम मालूफ़ | |
पृष्ठभूमि | |
जन्म | 5 नवम्बर 1980 बेरूत, लेबनान |
विधायें | जैज़, शास्त्रीय |
पेशा | संगीतकार |
वाद्ययंत्र | पिकोलो ट्रम्पेट, ट्रम्पेट, फ्लुग्लहोर्न |
सक्रियता वर्ष | 1997–वर्तमान |
लेबल | मिस'टर |
वेबसाइट | ibrahimmaalouf |
इब्राहिम मालूफ़ (अरबी: ابراهيم معلوف, pronounced ; जन्म 5 नवंबर 1980 को बेरूत में) एक फ्रांसीसी-लेबनानी ट्रम्पेटर, निर्माता, अरेंजर और संगीतकार हैं।[1] सन् 2022 में वह एंजेलिक किडजो के सहयोग से अपने एल्बम क्वीन ऑफ शीबा के लिए ग्रैमी पुरस्कार में नामांकित होने वाले पहले लेबनानी वादक बने।
जीवनी
उनके पिता ट्रम्पेटर नसीम मालूफ़ हैं और उनकी मां पियानोवादक नदा मालूफ़ हैं। उनके चाचा लेखक अमीन मालूफ़ हैं और उनके दादा कवि, पत्रकार और संगीतज्ञ रुश्दी मालूफ़ थे।
लेबनानी गृहयुद्ध के दौरान एक बच्चे के रूप में अपना देश छोड़ने के बाद वह अपनी बहन लैला के साथ पेरिस में बड़े हुए।[2] उन्होंने 17 साल की उम्र तक वहां अध्ययन किया और एटैम्पस (एस्सोन) में लीसी जियोफ्रॉय-सेंट-हिलैरे से सामान्य विज्ञान और विशिष्ट गणित में डिग्री हासिल की। जब वो सात साल के थे तो उन्होंने अपने पिता जो कंजर्वेटोएरे डी पेरिस में फ्रांसीसी ट्रम्पेटर मौरिस आंद्रे के पूर्व छात्र थे से ट्रम्पेटर बजाना सीखना शुरू किया।[2] उन्होंने शास्त्रीय, बारोक, आधुनिक और समकालीन प्रदर्शनों के साथ-साथ शास्त्रीय अरबी संगीत सीखी। उनके पिता ने माइक्रोटोनल ट्रम्पेट या "क्वार्टर टोन ट्रम्पेट" का आविष्कार किया जिससे ट्रम्पेट पर अरबी मक़ाम बजाना संभव हो गया।
2000 में मालूफ़ की मुलाकात निर्माता मार्क-एंटोनी मोरो से हुई जिन्होंने उन्हें सेलिस्ट विंसेंट सेगल से मिलवाया। 2006 से 2013 तक मालूफ़ फ्रांस में ऑबर्विलियर्स ला कौरन्यूवे के सीएनआर में एक ट्रम्पेट प्रशिक्षक थे।[3]
सन्दर्भ
- ↑ Chinen, Nate (2015-05-26). "Review: Ibrahim Maalouf Salutes a Great Arabic Performer". द न्यूयॉर्क टाइम्स (अंग्रेज़ी में). आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0362-4331. अभिगमन तिथि 2020-07-06.
- ↑ अ आ ओब्रियन, जॉन. "Ibrahim Maalouf". ऑलम्यूजिक. अभिगमन तिथि 20 मार्च 2024.
- ↑ Conservatoire Regional staff listing