इत्र
फूलों को एकत्र करके रसायन विधि से इत्र निकाला जाता है। इत्र या अतर मुख्य रूप से अरबी भाषा के शब्द औत्र से बना है। इस शब्द का अर्थ खुशबू है। सिंधु घाटी सभ्यता में भी इत्र बनाने के पात्र का साक्ष्य मिलता है। इत्र बनाने के लिए खुशबूदार पौधों की लकड़ियों और फूलों को तेल में डालकर आवसन विधि से इन्हे इत्र में परिवर्तित कर देते हैं। [1][2] जैसा कि हम जानते हैं , कि इत्र हमारे देश में व्याप्त है यह हमारे देश में कई वर्ष से चला आ रहा है क्योकि अब हर जगह रासायनिक इत्र ( सेण्ट ) आदि फैल रहे हैं जिससे इत्र की माग खत्म हो चुकी है 5
सन्दर्भ
- ↑ Strathern, Paul (2000). Mendeleyev's Dream – The Quest For the Elements. New York: Berkley Books. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-425-18467-6.
- ↑ Levey, Martin (1973). Early Arabic Pharmacology: An Introduction Based on Ancient and Medieval Sources. Brill Archive. पृ॰ 9. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 90-04-03796-9.