इंटेल का 8085
8085 इंटेल द्वारा विकसित 8-बिट का प्रसिद्ध माइक्रोप्रोसेसर है। यह सन् 1976 में आया था। यह माइक्रोप्रोसेसर बहुत लोकप्रिय हुआ। आज भी बहुत से कॉलेजों में माइक्रोप्रोसेसर की आरम्भिक जानकारी देने के उद्देश्य से इसके बारे में पढ़ाया जाता है। इसका पूर्ववर्ती 8080 माइक्रोप्रोसेसर और यह प्रोसेसर CP/M प्रचालन तंत्र से काम करने वाले कम्प्युटरों में उपयोग किये जाते थे। i8085 का उपयोग बाद में माइक्रोकंट्रोलर की तरह से भी हुआ क्योंकि इसके प्रयोग से कम अवयवों (आईसी आदि) को जोड़कर काम चल जाता था। जिलॉग Z80 नामक प्रोसेसर के आने पर स्थिति में बदलाव हुआ और अब इसका (Z80) उपयोग कम्प्युटरों में होने लगा और 8085 का कम्प्युटरों के लिये उपयोग बहुत कम हो गया। किन्तु अन्य कार्यों के लिये इसका उपयोग बहुत दिनों तक जारी रहा।
कंट्रोलर के रूप में 8085 का जीवनकाल दीर्घ रहा।
प्रमुख विशेषताएँ
- उत्पाद घोषणा तिथि : मार्च 1976
- पिनों की संख्या : 40 पिन सिरैमिक या प्लास्टिक डिप
- क्लॉक आवृत्ति (MHz): 3 ; 5 ; 6
- अधिकांश ऑपरेशन 8 बिट के हैं।
- डेटा बस की चौड़ाई : 8 बिट
- ऐड्रेस बस की चौड़ाई : 16 बिट
- अधिकतम स्मृति जिसको यह ऐड्रेस कर सकता है : 64 KB
- निर्माण में प्रयुक्त ट्रांजिस्टरों की संख्या : 6500
- तकनीकी प्रक्रिया (nm): 3000 (3 μm)
- अन्य : 5 इन्टरप्ट पिनें, सिरियल इनपुट और आउटपुट के लिए दो पिनें, इसके HOLD पिन को हाई करके बिना प्रोसेसर के हस्तक्षेप के ही सीधा मेमोरी ऐक्सेस (DMA) की सुविधा,
इन्सट्र्क्सन सेट
इसके सभी इन्सट्रक्शनों को निम्नलिखित प्रकार से विभाजित किया जा सकता है-
- (१) डेटा-ट्रान्सफर करने वाली (MOV, MVI, LXI, LDA, STA आदि)
- (२) अंकगणित करने वाली (ADD, SUB, INR, DAD आदि)
- (३) तार्किक संक्रियाएँ (logical operations) करने वालीं (ANA, XRA, ORA, CMP, RAL आदि)
- (४) ब्रांचिंच कन्ट्रोल करने वालीं (JMP, JC, JZ, CALL, CZ, RST आदि)
- (५) अन्य (I/O और मशीन कन्ट्रोल) : IN, OUT, PUSH, POP, HLT आदि
उपर्युक्त में से कुछ एक बाइट वाली इन्सट्र्क्सन हैं, कुछ दो बाइट वाली इन्सट्र्क्सन हैं और कुछ तीन बाइट वाली।
- ऐड्रेसिंग के प्रकार
- (१) इम्मेडिएट ऐड्रेसिंग (जैसे MVI B, 3EH -- इस इन्स्ट्रक्शन में दिए गए आँकड़े 3EH को B रजिस्टर में ले जाओ ; LXI SP, 2700H)
- (२) रजिस्टर ऐड्रेसिंग (MOV A, B -- B रजिस्टर में जो कुछ है उसे A रजिस्टर में ले जाओ)
- (३) डायरेक्ट ऐड्रेसिंग (EX. LDA 1050H - Load the data available in memory location 1050H in to accumulator ; SHLD 3000H)
- (४) (रजिस्टर) इन्डायरेक्ट ऐड्रेसिंग (MOV A, M - The memory data addressed by H L pair is moved to A register ; LDAX B)
- (५) इम्प्लाय्ड ऐड्रेसिंग - इन्स्ट्र्क्शन में ही डाटा छिपा रहता है। (जैसे CMA)
बाहरी कड़ियाँ
डेटाशीट