आनंद चंद्र बरुआ
आनन्द चन्द्र बरुआ | |
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चित्र:Anandachandrabarua.jpg | |
पेशा | साहित्यकार |
भाषा | असमिया भाषा |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
विषय | कविता–संग्रह |
उल्लेखनीय कामs | बकुल बनर कविता |
आनन्द चन्द्र बरुआ (1907–1983) असमिया भाषा के लेखक, कवि, नाटककार, पत्रकार और अभिनेता थे। इनके द्वारा रचित एक कविता–संग्रह बकुल बनर कविता के लिये उन्हें सन् 1977 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1] उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया था।
साहित्य सेवा
प्रकाशित काव्य
- पराग
- पुष्पक
- रञ्जन
- रश्मि
- सेइ निमाती पुय़ारे परा
- बकुल बनर कबिता
- पापरिर परिमल
अनूदित पुस्तकें
- हाफिजर सुर
- कुमार सम्भब
- मेघदुत पूर्बमेघ
- सोभियेट कबिता
- एशिया ज्योति
नाटक
- बिजया
- बिसर्जन
- कमता
- कुयरी
- नल-दमयन्ती
- नीलाञ्जन
उनके अप्रकाशित ग्रन्थ हैं-पञ्चमी, तेजीमला, बणिक बन्धु, मृगमाया, बाणीपथ, असमीया साहित्य इत्यादि ।
सन्दर्भ
- ↑ "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.