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आद्यप्ररूप

आद्यप्ररूप[1] या मूलादर्श की अवधारणा (अंग्रेज़ी: Archetype  ; प्राचीन यूनानी ἄρχω (आर्खो), 'आरम्भ करना' और τῠ́πος (तुपोस ) 'प्रकार' से व्युत्पन्न) व्यवहारिक, ऐतिहासिक मनोविज्ञान और साहित्यिक विश्लेषण से संबंधित क्षेत्रों में प्रकट होता है।

एक आद्यप्ररुप निम्नलिखित में से कोई भी हो सकता है:

  1. एक कथन, व्यवहार का प्रतिरूप, आदिरूप (prototype), "पहला" रूप, या एक मुख्य प्रतिदर्श या प्रारूप (model) जिसे अन्य कथन, व्यवहार के पैटर्न और वस्तुएं नकल, अनुसरण, अनुकरण या जिसमें "विलय" करती हैं। इस परिभाषा के लिए अक्सर उपयोग किए जाने वाले अनौपचारिक पर्यायवाची शब्दों में "मानक उदाहरण", "मूल उदाहरण", और "आद्यप्ररूप उदाहरण" शामिल हैं; गणितीय आद्यप्ररूप अक्सर " विहित (अभिनियम) उदाहरण" के रूप में प्रकट होते हैं।
  2. शुद्ध रूप (प्रत्यय या आकर) की प्लेटोनीय अवधारणा, किसी चीज़ की मूलभूत विशेषताओं को समाहित करने वाली मानी जाती है।
  3. एक सामूहिक रूप से विरासत में मिला अचेतन विचार, विचार, छवि आदि की एक अभिरचना, जो व्यक्तिगत मानस में सार्वभौमिक रूप से मौजूद है, जैसा कि जुंगियन मनोविज्ञान में है
  4. साहित्य, चित्रकला, या पौराणिक कथाओं में लगातार आवर्ती प्रतीक या रूपांकन। यह परिभाषा श्रेण्य कथाकारिता, मीडिया आदि में विभिन्न प्रतीत होने वाले असंबंधित मामलों में समान लक्षण साझा करने वाले पात्रों या विचारों की पुनरावृत्ति को संदर्भित करती है। शब्द का यह प्रयोग तुलनात्मक नृविज्ञान और युंगीय आद्यप्ररूप सिद्धांत दोनों से लिया गया है।

आद्यप्ररुप सहज प्रवृति के भी बहुत करीबी सादृश्य हैं, ऐसे कि, किसी भी चेतना के विकसित होने से बहुत पहले, यह मनुष्य के अवैयक्तिक और विरासत में मिले लक्षण हैं जो मानव व्यवहार को प्रस्तुत और प्रेरित करते हैं।[2] बाद में कुछ हद तक चेतना विकसित होने के बाद भी वे भावनाओं और व्यवहार को प्रभावित करना जारी रखते हैं। [2]

सन्दर्भ

  1. "Bharatavani is a project with an objective of delivering knowledge in and about all the languages in India using multimedia (i.e., text, audio, video, images) formats through a portal (website)". bharatavani.in. अभिगमन तिथि 2023-07-12.
  2. Holzinger, Andreas; Ziefle, Martina; Hitz, Martin; Debevc, Matjaz (2013-06-26). Human Factors in Computing and Informatics: First International Conference, SouthCHI 2013, Maribor, Slovenia, July 1-3, 2013, Proceedings. Heidelberg: Springer. पृ॰ 18. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9783642390616.