आद्य-औद्योगीकरण
प्रोटो-औद्योगीकरण बाहरी बाजारों के लिए ग्रामीण हस्तकला उत्पादन का व्यावसायिक कृषि के साथ-साथ क्षेत्रीय विकास है।
के दशक के आरम्भिक वर्षों में प्रचलन में आया था। वे लोग यह मानते थे कि यूरोप के कुछ भागों १६वीं शताब्दी से लेकर १९वीं शताब्दी तक इसी तरह का विकास देखने को मिलता है और उसी से औद्योगिक क्रांति हुई थी। बाद के शोधकर्ताओं ने यह विचार रखा कि विश्व के दूसरे भागों में भी इस तरह के आद्य-औद्योगीकरण हुए थे।[1] इस सिद्धान्त के अधिकांश पक्षों का अन्य इतिहासकारों ने चुनौती दी है। [2]
सन्दर्भ
- ↑ Ogilvie, Sheilagh (2008). "Protoindustrialization". In Durlauf, Steven; Blume, Lawrence (eds.). The New Palgrave Dictionary of Economics. 6. Palgrave Macmillan. pp. 711–714. ISBN 978-0-230-22642-5.
- ↑ Ogilvie, Sheilagh (2008). "Protoindustrialization". In Durlauf, Steven; Blume, Lawrence (eds.). The New Palgrave Dictionary of Economics. 6. Palgrave Macmillan. pp. 711–714. ISBN 978-0-230-22642-5.