आई-3के
आई-३के भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन द्वारा विकसित एक उपग्रह बस है।[1] ३००० किलो श्रेणी के उपग्रहों के लिये उपयोग में आने वाली यह मानक बस है। इसके नाम में आई इनसैट को प्रतिबिंबित कर्ता है जो कि इसरो द्वारा विकसित व प्रक्षेपित संचार उपग्रहों का एक समूह है। आई-३के बस ६५०० वॉट तक की डीसी बिजली प्रवाहित कर सकती है और ३ हजार से ३४०० तक के प्रक्षेपण द्रव्यमान वाले उपग्रहों के लिये उपयोगी है।[2][3][4]
आई-३के बस वाले उपग्रह
- यूटेलसैट २८बी[5][6]
- इनसैट श्रृंखला (४ए | ४बी)
- जीसैट श्रृंखला (८ | १०[7] | १५)
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "SPACECRAFT SYSTEMS AND SUB SYSTEMS". antrix.gov.in. मूल से 20 फ़रवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३१ मई २०१६.
- ↑ "संग्रहीत प्रति" (PDF). मूल (PDF) से 23 सितंबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 31 मई 2016.
- ↑ "SPACECRAFT SYSTEMS AND SUB SYSTEMS". ऐन्ट्रिक्स - इसरो. मूल से 20 फ़रवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३१ मई २०१६.
- ↑ आर रामचंद्रन (17 जुलाई 2004). "Constrained cooperation". फ्रंटलाइन. मूल से 6 जनवरी 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३१ मई २०१६.
- ↑ "ISRO: I-3K (I-3000) Bus". स्पेस स्काईरॉकेट. मूल से 13 जून 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३१ मई २०१६.
- ↑ "EADS Astrium-ISRO alliance sealed First contract with Eutelsat for W2M satellite". Space Ref. २० फरवरी २००६. अभिगमन तिथि ३१ मई २०१६.[मृत कड़ियाँ]
- ↑ "India's GSAT-10 Continues Checkout". स्पेस रेफ. १७ अगस्त २०१२. मूल से 15 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ३१ मई २०१६.