आंध्र प्रदेश की अर्थव्यवस्था
आंध्र प्रदेश की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर है, जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से राज्य के 62% आबादी को रोजगार देती है। पहले संशोधित अनुमान के अनुसार, वर्ष 2022-23 के लिए जीएसडीपी ₹13,17,728 करोड़ है। राज्य वर्ष 2021-22 के लिए स्थिर मूल्यों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) वृद्धि के मामले में 11.43% की वृद्धि[1] दर के साथ देश में प्रथम स्थान पर है।
जीएसडीपी
वर्ष 2022-23 के लिए मौजूदा कीमतों पर जीएसडीपी वर्ष 2021-22 के लिए ₹11,33,837 करोड़ (प्रथम संशोधित अनुमान) के मुकाबले ₹13,17,728 करोड़ (अग्रिम अनुमान) अनुमानित है। पिछले वर्ष कृषि विकास दर 36.19%, उद्योग 23.36% और सेवा 40.45% थी। देश की 7% की वृद्धि के मुकाबले राज्य ने स्थिर कीमतों (2011-12) में 7.02% की रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की।
कृषि एवं पशुधन

कृषि राज्य के लिए आय का मुख्य स्रोत और मुख्य व्यवसाय है, 60% आबादी कृषि और संबंधित गतिविधियों में लगी हुई है। चावल राज्य की प्रमुख खाद्य फसल और मुख्य भोजन है। अन्य महत्वपूर्ण फसलें गन्ना, कपास, आम, तम्बाकू, मक्का, दाल इत्यादि हैं। भारत की चार महत्वपूर्ण नदियाँ, गोदावरी, कृष्णा, पन्ना और तुंगभद्रा इस राज्य से होकर बहती हैं, जिससे सिंचाई होती है। हाल ही में, वनस्पति तेल उत्पादन के लिए सूरजमुखी, मूँगफली कृषि कि जाती है। और गोदावरी नदी बेसिन सिंचाई परियोजनाओं और सागर बांध सहित कई बहु-राज्य सिंचाई परियोजनाएँ विकास के पथ पर हैं।
2011 की कीमतों के आधार पर आंध्र प्रदेश में चुनिंदा कृषि फसलों और संबद्ध क्षेत्रों के 2015 के राष्ट्रीय उत्पादन हिस्से की एक तालिका नीचे दी गई है।[2]
| Segment | National Share % |
|---|---|
| कोको | 70.7 |
| की पत्ती और भाप | 47.6 |
| समुद्री मछली | 40.9 |
| राजमा | 35.9 |
| अजवायन | 34.6 |
| मिर्च | 34.6 |
| ग्वारपाठा | 27.7 |
| खरबूजा | 22.2 |
| उरद | 20.7 |
| केला | 20.0 |
| नींबू | 18.5 |
| रेशम उत्पादन और मधुमक्खी पालन | 18.0 |
| अंतर्देशीय मछली | 15.4 |
| अण्डा | 15.0 |
| मूंगफली | 13.0 |
| चीकू | 12.2 |
| काजू-बादाम | 12.1 |
| करेला | 11.9 |
| तरबूज | 11.0 |
| परमल | 10.6 |
| नशीले पदार्थ | 10.2 |
| नारंगी | 9.6 |
| टमाटर | 9.3 |
| आम | 9.2 |
| मांस | 9.2 |
| मसाला | 8.5 |
| सूरजमुखी | 8.3 |
| मूंग | 8.1 |
| अनार | 7.9 |
| हल्दी | 7.9 |
| चनादाल | 7.7 |
| दाल | 7.7 |
| खीरा | 7.2 |
| धान | 7.2 |
| पपीता | 7.0 |
| गाजर | 6.8 |
| दूध | 6.7 |
| ज्वार | 6.6 |
| रेशा | 6.4 |
| मक्का | 6.3 |
| पान | 6.1 |
| फल और सब्जी | 6.1 |
| तिलहन | 6.1 |
| नारियल | 6.0 |
| बीन्स | 5.5 |
| कपास | 5.2 |
| इमली | 5.2 |
| बेर | 5.1 |
| फूल की खेती | 5.0 |
उद्योग
औद्योगिक क्षेत्र का घरेलू उत्पाद ₹ 507.45 बिलियन (US$6.4 बिलियन) है। राज्य ने सूचना प्रौद्योगिकी और जैव प्रौद्योगिकी के क्षेत्र पर भी ध्यान केंद्रित करना शुरू किया है। विशाखापत्तनम में कई प्रमुख भारी उद्योग होते हैं। इस राज्य हाईटेक इंजीनियरिंग कि व्यवस्था है। ऑटोमोबाइल और ऑटो घटक उद्योग, मसाले, खदान और खनिज, कपड़ा और परिधान, आईटी उद्योग, थोक दवाएँ और बागवानी, मुर्गीपालन आंध्र प्रदेश में मुख्य उद्योग हैं।
पर्यटन
आंध्रप्रदेश राज्य पर्यटन के लिए बजट प्रदान करता है, और विभिन्न परियोजनाओं का आर्थिक रूप से समर्थन करता है। आंध्रप्रदेश राज्य ने राज्य पर्यटन विभाग के माध्यम से धार्मिक पर्यटन विकसित करने में मदद की है। कुछ प्रसिद्ध स्थल तिरुमाला, श्रीशैलम, इत्यादि हैं। श्री वेंकटेश्वर (भगवान बालाजी) के निवास स्थल के कारण तिरुपति पर्यटन क्षेत्र आय का एक प्रमुख स्रोत बन गया है। दान-पुण्य के मामले में यह मंदिर दुनियाँ के सबसे अमीर मंदिरों में से एक है। आय के अन्य महत्वपूर्ण स्रोत विशाखापत्तनम, विजयवाड़ा में विकासशील पर्यटन केंद्रों से आते हैं।
सन्दर्भ
- ↑ "आंध्र प्रदेश का सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण" (PDF). मूल (PDF) से 6 June 2017 को पुरालेखित.
- ↑ 2011 की कीमतों के आधार पर 2015 में आंध्र प्रदेश के कृषि उत्पादन के आंकड़े