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अलेक्सेई पेत्रोविच बरान्निकोव

अलेक्सेई पेत्रोविच बरान्निकोव (या वारान्निकोव) (ru:Пётр Алексейвич Баранников) रूस देश के हिंदी विद्वान है। उन्होंने रूसी भाषा में मानस का अनुवाद करके भारत-रूस की सांस्कृ़तिक मैत्री की सबसे शक्तिशाली आधारशिला रखी। उनकी समाधि पर मानस की अर्द्धाली ‘भलो भलाहिह पै लहै’ लिखी है, जो उनके गांव कापोरोव में स्थित है। यह सेट पीटर्सबर्ग के उत्तर में है।