अलाउद्दीन आलम शाह लोदी का मकबरा
लोधी-सैयद शैली में बना तिजारा का खूबसूरत मुकबरा लोधीकाल की एक खूबसूरत इमारत है। मेहराबी दरवाजे और इसकी डिजाइन इस इमारत की खूबसूरती बढ़ती हे. कनिघंम ने इसके बारे में लिखा हे की ये मकबरा लोधीकाल में बना और इसमे अलाऊद्दीन आलम शाह की कब्र हे जो लोधी राजवंश का अंतिम सुल्तान था और लंबे समय तक तिजारा का गवर्नर भी रहा! कनिघंम ने ये दूसरा मत लिखा हे की मुकामी लोग ये बताते हे, ये मकबरा अलाउद्दीन खंजादा पुत्र राजा नाहर का है। कनिघंम ने इस मकबरे की यात्रा की लेकिन कोई लिखित सिलालेख इस इमारत का उसे प्राप्त नहीं हुआ परन्तु सपष्ट रूप से इस इमारत का नाम अलाऊद्दीन आलम शाह का मकबरा लिखा है। कनिघंम लिखता हे आजकल इसे भर्तृहरि गुंबद के नाम से जाना जाता है, क्योंकि जिस जमीन पर ये बना हे वो जमीन हिंदू जमींदार के नाम हे [[1]]
आलमशाह लोधी का मक़बरा | |
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प्रकार | Historic monument & mausoleum |
स्थान | तिजारा |
निर्माण | 1517/1518 CE |
वास्तुशैली | इंडो-इस्लामिक |
कार्यसंस्था | भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण & राजस्थान |
मालिक | Government of Rajasthan |
आधिकारिक नाम | आलमशाह लोधी का मक़बरा |
इतिहास
सन्दर्भ
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