अनमोल
| अनमोल | |
|---|---|
| निर्देशक | केतन देसाई |
| लेखक | अनिल नागरथ, सोहेल डॉन (संवाद) |
| पटकथा | हनी ईरानी |
| कहानी | प्रयाग राज |
| आधारित | सिंडरेला[1] |
| निर्माता | मनमोहन देसाई |
| अभिनेता | मनीषा कोइराला ऋषि कपूर |
| छायाकार | जल मिस्त्री |
| संपादक | अनिल गांधी |
| संगीतकार | रामलक्ष्मण |
निर्माण कंपनी | एमकेडी फ़िल्म्स |
प्रदर्शन तिथियाँ |
|
लम्बाई | 163 मिनट |
| देश | भारत |
| भाषा | हिन्दी |
| लागत | 71 मिलियन |
| कुल कारोबार | 4.74 मिलियन |
अनमोल केतन देसाई निर्देशित और मनमोहन देसाई द्वारा निर्मित वर्ष 1993 की बॉलीवुड फ़िल्म है जिस मनीषा कोइराला और ऋषि कपूर ने अभिनय किया है। यह वर्ष 1994 में मनमोहन देसाई के निधन से पहले उनके द्वारा निर्मित अन्तिम फ़िल्म है। इसका कथानक कहानी थोड़ी-थोड़ी सिंडरेला पर आधारित है।
कलाकार
- मनीषा कोइराला
- ऋषि कपूर
- पुनीत इस्सर
- दारा सिंह
- अनिल धवन
- गुफ़ी पैंतल
- प्रेमलता
संगीत
| # | संगीत शीर्षक | गायक | बोल |
|---|---|---|---|
| 1 | "आयेगी वो आयेगी" | उदित नारायण, लता मंगेशकर | माया गोविन्द |
| 2 | "बतावो तुम कौन हो" | उदित नारायण, लता मंगेशकर | रविन्दर रावल |
| 3 | "दिल की लगी" | लता मंगेशकर | देव कोहली |
| 4 | "दिल लगाने की ना दो सज़ा" | लता मंगेशकर | माया गोविन्द |
| 5 | "कभी मैं फ़िल्मों में" | कुमार सानु | रामलक्ष्मण |
| 6 | "कोई इश्क़ का रोग लगाये ना" | परवीन सुल्ताना | रानी मलिक |
| 7 | "लोग ज़हर भी पी जाते हैं" | लता मंगेशकर, उदित नारायण | माया गोविन्द |
| 8 | "पैगाम दे रही है ये" | उदित नारायण | रविन्दर रावल |
| 9 | "सुन सुन मेरे साथिया" | लता मंगेशकर | देव कोहली |