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अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान is located in भारत
नयी दिल्ली
नयी दिल्ली
भुवनेश्वर
भुवनेश्वर
जोधपुर
जोधपुर
भोपाल
भोपाल
रायपुर
रायपुर
ऋषिकेश
ऋषिकेश
मंगलगिरि
मंगलगिरि
कल्याणी
कल्याणी
नागपुर
नागपुर
गोरखपुर
गोरखपुर
भटिण्डा
भटिण्डा
दरभंगा
दरभंगा
पटना
पटना
बिलासपुर
बिलासपुर
रायबरेली
रायबरेली
मदुरै
मदुरै
सम्पूर्ण भारत में एम्स संस्थानों की स्थिति को दर्शाता मानचित्र - 7 कार्यशील (हरे) तथा 10 प्रस्तावित। एम्स संस्थान का नाम (नगर/कस्बा, यदि नाम से भिन्न है)

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स , AIIMS), भारत के सार्वजनिक आयुर्विज्ञान महाविद्यालयों का समूह है। इस समूह में नई दिल्ली स्थित भारत का सबसे पुराना उत्कृष्ट एम्स संस्थान है। इसकी आधारशिला 4 अप्रैल 1952 में रखी गयी और इसका सृजन 1956 में संसद के एक अधिनियम के माध्‍यम से एक स्‍वायत्त संस्‍थान के रूप में किया गया। एम्स चौक दिल्ली के रिंग रोड पर पड़ने वाला चौराहा है, इसे अरविन्द मार्ग काटता है।

सन् 2012 में डा• मनमोहन सिंह सरकार द्वारा वर्ष 2012 में 1 एम्स भारत के रायबरेली में खोले गए। इसके बाद सन् 2014 से नरेन्द्र मोदी सरकार ने 14 अन्य एम्स संस्थान भारत के अन्य भागों में निर्माण की आधारशिला रखी ताकि दूर दराज के लोगों को बेहतर इलाज की सुविधायें पाई जा सकें। सन् 2022 तक हर राज्य में एक एम्स खोलने का विचार है। [1]

संस्थान

एम्स दिल्ली के मध्य स्थित लान
एम्स संस्थानों की स्थिति
नम्बरनामलघु नामस्थापनाशहरप्रदेश/UT
1एम्स दिल्लीएम्स1956नई दिल्लीदिल्ली
2एम्स भोपालएम्स2012भोपालमध्य प्रदेश
3एम्स भुवनेश्वरएम्स2012भुवनेश्वरओडिशा
4एम्स जोधपुरएम्स2012जोधपुरराजस्थान
5एम्स पटनाजे पी एन-एम्स2012पटनाबिहार
6एम्स रायपुरएम्स2012रायपुरछत्तीसगढ़
7एम्स ऋषिकेशएम्स2012ऋषिकेशउत्तराखंड

भविष्य के एम्स

भविष्य के एम्स और स्थान, क्रमबद्ध (केंद्र सरकार अनुमोदित)
नम्बरनामशहरप्रदेश/UT
1एम्स गोरखपुरगोरखपुरउत्तर प्रदेश
2एम्स मंगलगिरिमंगलगिरिआन्ध्र प्रदेश
3एम्स नागपुरनागपुरमहाराष्ट्र
4एम्स कल्याणीकल्याणीपश्चिम बंगाल
5एम्स बिहारदरभंगाबिहार
6एम्स भटिंडाभटिंडापंजाब
7एम्स मदुरैमदुरैतमिलनाडु
8एम्स बिलासपुरबिलासपुरहिमाचल प्रदेश
9एम्स देवघरदेवघरझारखण्ड
10एम्स कामरूपछंगसारीअसम
11एम्स गुजरातराजकोटगुजरात
12एम्स जम्मूविजयपुरजम्मू और कश्मीर
13एम्स कश्मीरअवन्तिपुराजम्मू और कश्मीर

मार्च 2019 में, बिहार के मुख्यमन्त्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में दूसरा एम्स दरभंगा में स्थापित किया जाएगा, उत्तर बिहार में मिथिला क्षेत्र की सेवा के रूप में दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल को एम्स में अपग्रेड किया जाएगा।[2]

उद्देश्य

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्‍थान की स्‍थापना सभी शाखाओं में स्‍नातक और स्‍नातकोत्तर चिकित्‍सा शिक्षा में अध्‍यापन के पैटर्न विकसित करने के उद्देश्‍य से राष्‍ट्रीय महत्‍व के एक संस्‍थान के रूप में की गई थी, ताकि भारत में चिकित्‍सा शिक्षा के उच्‍च मानक प्रदर्शित किए जा सकें तथा स्‍वास्‍थ्‍य गतिविधि की सभी महत्‍वपूर्ण शाखाओं में कार्मिकों के प्रशिक्षण हेतु उच्‍चतम स्‍तर की शैक्षिक सुविधाएँ एक ही स्‍थान पर लाने और स्‍नातकोत्तर चिकित्‍सा शिक्षा में आत्‍मनिर्भरता पाई जा सके।

अध्यापन

संस्‍थान में अध्‍यापन, अनुसन्धान और रोगियों की देखभाल के लिए व्‍यापक सुविधाएँ हैं। एम्‍स द्वारा स्‍नातक और स्‍नातकोत्तर दोनों ही स्‍तरों पर चिकित्‍सा तथा पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों में अध्‍यापन कार्यक्रम चलाए जाते हैं और यह छात्रों को अपनी ही डिग्री देता है। यहाँ 42 विषयों में अध्‍यापन और अनुसन्धान आयोजित किए जाते हैं। एम्‍स में एक नर्सिंग महाविद्यालय भी चलाया जाता है और यहां बी. एससी. (ऑन) नर्सिंग पोस्‍ट प्रमाण पत्र डिग्री के लिए छात्रों को प्रशिक्षण भी दिया जाता है।

एम्‍स द्वारा हरियाणा के वल्‍लभ गढ़ में व्‍यापक ग्रामीण स्‍वास्‍थ्‍य देखभाल केन्‍द्र में 60 बिस्‍तरों वाले अस्‍पताल का भी प्रबन्धन किया जा रहा है और यहाँ सामुदायिक उपचार के लिए केन्‍द्र के माध्‍यम से लगभग 2.5 लाख आबादी को स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएँ दी जाती हैं।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. "पड़ताल: ये तो केवल नाम के AIIMS हैं, मरीजों के साथ धोखा है सरकार!". मूल से 24 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2018.
  2. "Darbhanga Medical College & Hospital to be upgraded as second AIIMS in Bihar, Nadda assures Nitish". मूल से 21 जुलाई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 मई 2019.

बाहरी कड़ियाँ