अखण्ड मानवतावाद
सभी धर्म को स्वीकारते हुए अन्य धर्मों की सिद्धांत अलग हो सकते हैं को मानते हुए अन्य देश, राज्य, स्थानीय लोग और उनके भाषा को सम्मान और रंग अथवा नश्ल भेद को स्वीकार करते हुए दुनियां के सभी इंशानो के प्रति आत्मभाव को स्थापित करना और एकदूसरे का सम्मान और सेवा भाव का होना अखंड मानवतावाद को परिभाषित करती है। मानव की मौलिक कर्तब्य है कि वह अपेछित जीवों पर दया भाव रखते हुए उनकी सहायता करें। मानवता को चाहिए की सभी का सम्मान करते हुए सबके हित की सोच रखते हुए कार्य करें।