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अंकुरण

जैविक मिश्रित अंकुरित दाने
अंकुरित मूँग

कच्चा या पकाकर खाने के लिये बीजों से छोटे-छोटे पौधे जन्माना अंकुरण कहलाता है। अंकुरण द्वारा किसी भी ऋतु में सलाद प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा अंकुरण घर पर या औद्योगिक रूप से किया जा सकता है। अंकुरित खाद्य पूर्वी एशियाई देशों में प्रमुखता से खाया जाता है। माल्ट बनाने के लिये जौ का बड़े पैमाने पर अंकुरण किया जाता है।

अंकुरण (Germination) :-

                  सामान्यत: आप लोग देखे होंगे जब एक बीज को नमी युक्त मिट्टी में दबा दिया जाता है तो कुछ दिन बाद उसमें से एक नन्हा छोटा पौधा (Seedling) 🌱 निकलने लगता है। इसी प्रक्रिया को ही अंकुरण कहा जाता है। बीज के अंदर भ्रूण (Embryo) व खाद्य पदार्थ (Food Material) पाया जाता है तथा बीज बाह्य आवरण (Seed Coat) से ढका होता है। अगर बीज का भ्रूण जीवित हो व उसे अनुकूल परिस्थिति मिल जाये व बीज का बीज आवरण टूट जाये तो बीज आसानी से अंकुरित हो सकता है।

अंकुरण की परिभाषा :-

                 "एक बीज भ्रूण (Seed Embryo) का जो अनुकूल परिस्थितियों में एक सामान्य पौधा में परिवर्तन में समर्थ हो या बीज से एक नन्हे पौधे का बाहर निकलना एवं बढ़ना ही अंकुरण कहलाता है। "

यहां अनुकूल परिस्थिति का अर्थ है - बीज के अंकुरण के लिए उपयुक्त वातावरण जैसे - उपजाऊ मिट्टी, उपयुक्त नमी, उपयुक्त ताप, व बीज की आंतरिक स्वास्थ्य।

अंकुरण के प्रकार -

Types of Germination -

                 मुख्य रूप से बीज का अंकुरण दो प्रकार का होता है पहला ऊपरीभूमिक अंकुरण (Epigeal Germination) व दूसरा अधोभूमिक अंकुरण (Hypogeal Germination) , इसके अलावा भी एक और अंकुरण का प्रकार होता है जिसे जरायुज अंकुरण (Viviparous Germination) कहते हैं ।Reed More [1]

उदाहरण

  • अच्छी सोच एक अंकुर के समान है।
  • गेहूँ और जौ के अंकुर जब धरती से फूटते हैं तब उन्हें सूई फूटना कहते हैं।
  • खुले में रखे हुए प्याज और आलू में अंकुर फूटने लगते हैं।
  • बन्जर भूमि में अंकुर नहीं फूटता।
  • प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल की एक फिल्म का नाम अंकुर है।

अन्य अर्थ

उगना, अँखुआ, कली, नुकीला भाग, पोधे का आरंिभक रूप।

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ