1990 बांग्लादेश हिन्दू-विरोधी हिंसा
1990 में, बांग्लादेश में बंगाली हिन्दुओं के विरुद्ध हमलों की एक शृंखला अक्टूबर के अन्त और नवम्बर की शुरुआत में हुई, एक अफवाह के बाद कि भारत में अयोध्या में बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया गया था। हिन्दुओं पर हमले 30 अक्टूबर को शुरू हुए और 2 नवम्बर तक जारी रहे।[1]
पृष्ठभूमि
1988 में, राष्ट्रपति हुसैन मुहम्मद इरशाद ने इस्लाम को बांग्लादेश का राज्य पन्थ घोषित करने के लिए बांग्लादेश के संविधान में संशोधन किया था। 1989 के पतन में, भारत के उत्तर प्रदेश में दूर अयोध्या में राम मन्दिर की नींव रखने के बाद, बांग्लादेश में हिन्दू मन्दिरों के व्यापक विनाश और हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा द्वारा चिह्नित एक हिन्दू-विरोधी नरसंहार हुआ। बहुसंख्यक मुसलमानों और अल्पसंख्यक हिंदुओं के बीच सम्बन्ध तनावपूर्ण रहे और जैसे ही अयोध्या में घटनाएँ सामने आईं।
- ↑ Azad, Salam (2001). হিন্দু সম্প্রদায় কেন বাংলাদেশ ত্যাগ করছে? [Why Are The Hindus Migrating From Bangladesh] (Bengali में) (1st संस्करण). Kolkata: Punascha. पपृ॰ 60–64. मूल से 2 March 2015 को पुरालेखित.