१८६२ अपोलो
१८६२ अपोलो (1862 Apollo) एक पत्थरीला क्षुद्रग्रह (ऐस्टेरोयड) है जो १.५ किमी का व्यास रखता है और एक पृथ्वी-समीप वस्तु है। इसे सन् १९३२ में कार्ल रायनमुथ (Karl Reinmuth) नामक खगोलशास्त्री ने ढूंढ निकाला था, लेकिन अपनी खोज के बाद यह खोया गया और फिर ४१ सालों बाद १९७३ में ही जाकर फिर मिला। यह अपोलो क्षुद्रग्रह नामक क्षुद्रग्रहों की एक श्रेणी का पहला सदस्य है जिसका नाम इसी के ऊपर रखा गया था। यह ऐसे पृथ्वी-समीपी क्षुद्रग्रह हैं जिनके मार्ग पृथ्वी की कक्षा पार करते हैं।[1][2]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "JPL Small-Body Database Browser: 1862 Apollo (1932 HA) Archived 2019-12-10 at the वेबैक मशीन" (2015-03-16 last obs.). Jet Propulsion Laboratory. Retrieved 20 April 2016.
- ↑ Gehrels, Tom (1994). Hazards Due to Comets and Asteroids. Tucson: University of Arizona Press. pp. 540–543. ISBN 0816515050.