हायलोबेटीस
हायलोबेटीस Hylobates | |
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लार गिबन (Hylobates lar) | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
जगत: | जंतु |
संघ: | रज्जुकी (Chordata) |
वर्ग: | स्तनधारी (Mammal) |
गण: | नरवानर (Primate) |
अधिकुल: | कपि (Hominoidea) |
कुल: | हायलोबैटिडाए (Hylobatidae) |
वंश: | हायलोबेटीस (Hylobates) इलिगर, १८११ |
प्रकार जाति | |
लार गिबन (हायलोबेटीस लार) लीनियस, १७७१ | |
जातियाँ | |
हायलोबेटीस की सदस्य जातियों का विस्तार (नोट: बोर्नियो के पहले H. agilis जाति के समझे जाने वाले गिबन अब अधिकतर H. albibarbis नामक एक नई अलग जाति के माने जाते हैं) |
हायलोबेटीस (Hylobates) गिबन के चार जीववैज्ञानिक वंशों में से एक है। यह नाम यूनानी भाषा से लिया गया है, जिसमें "हुले" (ὕλη) का अर्थ "वन" और "बेतिस" (βάτης) का अर्थ "चलनेवाला" होता है, यानि नाम का अर्थ "वन में चलने वाला" होता है।[1] यह गिबनों का सबसे विस्तृत वंश है और दक्षिणी चीन के युन्नान प्रान्त से लेकर पश्चिम और मध्य जावा में फैला हुआ है। हायलोबेटीस गिबनों के मुखों पर अक्सर श्वेत रंग के बालों का एक चक्र होता है और आनुवांशिक दृष्टि से इनमें ४४ गुणसूत्र (क्रोमोसोम) होत हैं।[2]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Craig, John (1848). A new universal etymological technological, and pronouncing dictionary of the English language. पृ॰ 962. मूल से 23 जुलाई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 18 अप्रैल 2016.
- ↑ Geissmann, Thomas. "Gibbon Systematics and Species Identification". मूल से 13 जुलाई 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2006-04-13.