हाम्मुरबी विधिसंहिता
हाम्मुरबी विधिसंहिता | |
A side view of the stele "fingertip". | |
सृजन | c. 1754 BC |
स्थान | {{{location_of_document}}} |
लेखक | हाम्मुरबी |
उद्देश्य | विधिसंहिता |
हाम्मुरबी विधिसंहिता (Code of Hammurabi) बेबिलोनिया की एक प्राचीन विधिसंहिता है जिसे अच्छी तरह से संरक्षित करके रखा गया है। यह १७५४ ईसापूर्व की है जिसका प्रचलन बेबीलोन का छठे राजा हाम्बुरबी ने किया था। उसने अपने शासनकाल में कानून को तैयार करके उन्हें एक पत्थर पर खुदवाया था। उसने जिस पत्थर पर कानून को खुदवाया था वह काले रंग का था और उस पत्थर की ऊंचाई लगभग 8 फुट थी। इस पत्थर को बेबीलोन के प्रमुख जिगुरत में रखा गया था। इसी कानून को हम हम्मूराबी की विधि संहिता के नाम से जानते हैं। यह संहिता १९२० ईस्वी में सूसा (ईरान) मैं प्राप्त हुई थी और पेरिस के लूवरे संग्रहालय में आज भी सुरक्षित है।
हम्मूराबी की विधि संहिता ३६०० पंक्तियों में लिपिबद्ध की गई थी और इस संहिता में 285 धाराएं थीं इस विधि संहिता के अनुसार-
- कानून को कोई भी अपने हाथ में नहीं ले सकता था और अपराधी को दण्ड देने का काम सरकार का था।
- सभी प्रकार के ठेकों के लिए नियम निर्धारित थे।
- कानून सभी के लिए एक समान था।
- कर्जदारों को राहत देने के लिए रहन रखने की प्रथा चालू की गई थी।
- नौकर तथा नौकर रखने वाले, दोनों के लिए नियम बनाए गए थे।
- ब्याज की दरें निर्धारित की गई थीं और इसके साथ ही साथ मुआवजा देने की प्रथा भी चालू की गई थी।
- रोज की मजदूरी पर कार्य करने वाले श्रमिकों की मजदूरी भी तय की गई थी।
हम्मूराबी की विधि संहिता विश्व के इतिहास में विशेष स्थान रखती है और हम यह कहा जा सकता है कि इन कानूनों को लिपिबद्ध करके विशाल साम्राज्य के जन समूह में उन्हें लागू करना उस समय के महानतम कार्यों में से एक था।