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हस्तलेखानुमिति

हस्तलेखविज्ञान के साथ-साथ एक और कला भी विकसित हो रही है जिसे अंग्रेजी में ग्रेफॉलॉजी (Graphology) कहते हैं और हिंदी में 'हस्तलेखानुमिति' कह सकते हैं। इसके अनुसार किसी व्यक्ति के लेख को देखकर उसके स्वभाव आदि का नहीं अपितु उसके भविष्य का भी अनुमान किया जा सकता है। यह भी कहा जाता है कि जिस व्यक्ति का लेख दाहिनी ओर झुका होता है वह भावुक होता है और जिसका बाईं ओर झुका होता है वह बुद्धि के नियंत्रण में चलनेवाला होता है। लिखने में जिसकी पंक्ति ऊपर को चढ़ती चली जाती है वह आशावादी होता है और जिसकी पंक्ति नीचे की ओर उतरती चली जाती है वह निराशावादी होता है। यद्यपि इस प्रकार के अनुमान बहुधा सत्य निकलते हैं तथापि इनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं होता और हम यही कह सकते हैं कि यह कला अभी तक विज्ञान का स्तर प्राप्त नहीं कर पाई है।

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