हसन कमाल
हसन कमाल | |
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जन्म | लखनऊ, भारत |
पेशा | गीतकार, कवि, स्तंभकार, पत्रकार |
कार्यकाल | 1982-2008 |
हसन कमाल एक मशहूर भारतीय कवि और गीतकार है। 1985 में इनहों ने अपने गीत के लिये फिल्मफ़ेर पुरसकार प्राप्त किया। यह गीत फिल्म "आज की आवाज़" के लिये लिखा गया था (1984).
बचपन और विद्या
कमल लखनऊ में पैदा हुवे। लखनऊ विश्वविद्यालय से डिग्री प्राप्त किया, और अपनी संपादकता का जीवन ब्लिट्ज़ वीक्ली से शुरू किया1965. फिर ब्लिट्ज़ के संपादक बने। उर्दू वार्ता पत्रिका जैसे, इंक़्विलाब, रोज़नामा साहारा, एतेमाद के मशहूर कालमिस्ट थे। इन के कालम अक्सर तमिल, तेलुगु, मराठी और अंग्रेज़ी भाराशाओं में अनुवाद हुवा करते थे। यह उर्दू के मशहूर शायर भी हैं। यह फ़िलमों और टी.वी. के लिये, स्क्रीनप्ले, गीत भी लिखते हैं। [1]
फ़िल्मोग्रफ़ी
- निकाह (1982)
- मज़दूर (1983)
- इनसाफ़ कौन करेगा (1984)
- आज की आवाज़ (1984)
- तवाइफ़ (1985)
- किरायदार (1986)
- कसम सुहाग की (1989)
- अनवर (2007)
- खेला (2008)
गीतों की संख्या
- "दिल की ये आरज़ू थी"
- "फ़ज़ा भी है जवां"
- "बीते हुवे लम्हों की कसक"
- "दिल के अरमां आंसुओं में बेह गये"
- "चेहरा छुपा लिया है"
- "बात अधूरी क्यों है"
- "हम मेहनत कश इस दुनिया से"
- "मेहरबानों को मेरा सलाम आखरी"
- "हथकडियां पहनाऊंगी"
- "इकरार करे किस से"
- "इनकार करे किस को"
- "तुझे देखे बिना दिल नहीं माने"
- "इनसाफ़ करेगा"
- "आज की आवाज़ जाग अय इनसान"
- "भारत तो है आज़ाद, हम आज़ाद कब कहलायेंगे"
- "जोबन अनमोल बालमा"
- "मेरा शोहर"
- "आज की शाम, आप के नाम"
- "तेरे प्यार की तमन्ना"
- "बहुत देर से दर पे आंखें लगी थीं, हुज़ूर आते आते बहुत देर करदी"
- "किरायादार"
- "अक्कड बक्कड बांबे बू"
- "चारों तरफ़ प्यार है"
- "गा रहा है दिल यही गीत बार बार"
- "दिल लिया, दिल दिया, फिर दिल का क्या हुवा"
- "आ, आ, गले लग जा"
- "जावेदां ज़िन्दगी"(तोसे नैना लागे)
- "लौट आये वो"
पुरस्कार
- फिल्मफेर पुरस्कार के लिये नामांकन - 1982 फिल्म निकाह उत्तम गीत
- फिल्मफेर पुरस्कार - उत्तम गीत - 1984 फिल्म "आज की आवाज़ "
- फिल्मफेर पुरस्कार के लिये नामांकन- उत्तम गीत- 1986 फिल्म "तवाइफ़"
- नेह्रू कल्चरल असोसियेशन उत्तरप्रदेश पुरस्कार 1976
- हिन्दी उर्दू साहित्य पुरस्कार, उत्तरप्रदेश 1988
- फ़िल्म पुरस्कार आशीर्वाद सम्मान 1986
- सुर सिंगार डा।वी.डी.अरोरा पुरस्कार, फिल्म निकाह 1983 के लिये, अवाम 1987 और तेरे पायल मेरे गीत 1992
- अरुन-अमीन पुरस्कार, मशहूर गीतकार पुरस्कार 1990
- मौलाना अबुलकलाम आज़ाद पुरस्कार, साहिती सेवा के लिये 1996.
सन्दर्भ
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 12 अप्रैल 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 दिसंबर 2015.
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के एक से अधिक मान दिए गए हैं (मदद);|archivedate=
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के एक से अधिक मान दिए गए हैं (मदद)