हरि पर्वत
हरि पर्बत किला | |
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हरि पर्बत का भाग | |
श्रीनगर, कश्मीर | |
हरि पर्बत किला हरि पर्बत किला | |
निर्देशांक | निर्देशांक: 34°6′19″N 74°48′58″E / 34.10528°N 74.81611°E |
स्थल जानकारी | |
स्वामित्व | राज्य पुरातत्त्व विभाग |
नियंत्रक | जम्मू कश्मीर सरकार |
जनप्रवेश | हाँ, (अनुमति पर) |
स्थल इतिहास | |
निर्मित | १८वीं शताब्दी |
निर्माता | अफ़गान गवर्नर मुहम्मद खान पुनरोद्धार: अकबर, (१५९० ई॰) |
हरि पर्वत भारत के उत्तरतम राज्य जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में डल झील के पश्चिम ओर स्थित है। इस छोटी पहाड़ी के शिखर पर इसी नाम का एक किला बना है जिसका अनुरक्षण जम्मू कश्मीर सरकार का पुरातत्व विभाग के अधीन है। इस किले में भ्रमण हेतु पर्यटकों को पहले पुरातत्त्व विभाग से अनुमति लेनी होती है। क़िले का निर्माण एक अफ़ग़ान गर्वनर मुहम्मद ख़ान ने १८वीं शताब्दी में करवाया था। उसके बाद १५९० ई॰ में मुग़ल सम्राट अकबर द्वारा इस क़िले की चहारदीवारी का निर्माण करवाया गया।[1]
पौराणिक सन्दर्भ
एक पौराणिक कथा के अनुसार, पौराणिक काल में यहां एक बड़ी झील हुआ करती थी, जिस पर जालोभाव नामक दैत्य का अधिकार था। वह राक्षस लोगों को खूब सताता था। तब लोगों ने भगवान शिव की अर्धांगिनी एवं कश्मीर की अधिष्ठात्री देवी माता सती से सहायता की प्रार्थना की। तब सती माता एक चिड़िया का रूप धारण करके प्रकट हुईं एवं उस राक्षस के सिर पर एक छोटा सा पत्थर रख दिया जो धीरे-धीरे आकार में बढ़ता गया और राक्षस का सिर कुचल गया।[2]
अनुरक्षण एवं पर्यटन
वर्तमान काल में इस क़िले का अनुरक्षण जम्मू और कश्मीर सरकार का पुरातत्वब विभाग के अधीन है। यहां की यात्रा व सैर के लिए पर्यटकों को विभाग से अनुमति होती पड़ती है। इसी पर्वत पर एक बड़ा मन्दिर भी है जिसे शारिका देवी मन्दिर कहते हैं। इसके अलावा इसी पर्वत पर एक गुरुद्वारा भी स्थित है। इसे छट्टी पादशाही का गुरुद्वारा भी कहते हैं जो रैनावाड़ी में स्थित है। कहते हैं छठे सिख गुरु हरगोबिन्द सिंह यहां पधारे थे।[3]
सन्दर्भ
- ↑ "हरि पर्वत क़िला श्रीनगर". भारत डिस्कवरी. मूल से 15 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १६ फ़रवरी २०१८.
- ↑ "हरि पर्वत किला, श्रीनगर". नेटिव प्लानेट. मूल से 17 फ़रवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १६ फ़रवरी २०१८.
- ↑ "गुरुद्वारा चट्टी पातशाही, चेविन ग्राम, रैनावाड़ी [Gurudwara Patshahi Chevin, Village Rainawari]" (अंग्रेज़ी में). AllAboutSikhs.com. मूल से 4 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 दिसंबर 2015.
चित्र दीर्घा
- शारिका देवी मन्दिर
- शारिका मन्दिर
- हरि पर्बत मन्दिर की काष्ठ खिड़कियां
- हम्ज़ा मखदूम दरगाह
- काठी दरवाज़ा - मुख्य प्रवेशद्वार
- गुरुद्वारा चट्टीपातशाही, रैनावाड़ी
- हरि पर्बत
- काठी दरवाज़ी