हरजाई
हरजाई | |
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हरजाई का पोस्टर | |
निर्देशक | रमेश बहल |
निर्माता | एन॰ जेठवानी सैम सुगनू |
अभिनेता | शम्मी कपूर, माला सिन्हा, रणधीर कपूर टीना मुनीम |
संगीतकार | राहुल देव बर्मन |
प्रदर्शन तिथि | 1981 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
हरजाई 1981 की हिन्दी फिल्म है। यह फिल्म रमेश बहल द्वारा निर्देशित है। फिल्म में शम्मी कपूर, माला सिन्हा, रणधीर कपूर और टीना मुनीम हैं। संगीत राहुल देव बर्मन द्वारा रचित है।[1]
संक्षेप
अजय नाथ (रणधीर कपूर) अमीर परिवार से आता है और अपनी माँ और पिता के साथ चुटकुले और शरारतें करता रहता है। एक मामले में उसने अपने परिवार के डॉक्टरों में से एक डॉ. पंजाबी (राजेन्द्रनाथ) से अपने पिता से झूठ बोलने के लिए कहा कि उसे कैंसर है। ताकि वह अपने कॉलेज के दोस्तों के साथ कश्मीर जा सके। उसे सहपाठी गीता चोपड़ा (टीना मुनीम) से प्यार हो जाता है, जो श्याम से प्यार करती है। लेकिन अजय के पिता, उसकी बीमारी से मूर्ख बन जाते हैं और गीता को उसके प्रति दयालु होने के लिए राजी करते हैं।
वह अजय के साथ दोस्ताना हो जाती है। दोनों अंततः एक-दूसरे के प्यार में पड़ जाते हैं और शादी करना चाहते हैं। तब उनके परिवार को खबर मिलती है कि अजय को वास्तव में कैंसर है और उसके पास जीने के लिए कुछ और महीने ई हैं। बदली परिस्थितियों में, नाथ और चोपड़ा परिवार दोनों अजय और गीता की शादी के खिलाफ होते हैं। क्या अजय और गीता की शादी होगी? क्या अजय को वास्तव में कैंसर है या यह एक और शरारत है?
मुख्य कलाकार
- शम्मी कपूर ― राज नाथ
- माला सिन्हा ― शारदा नाथ
- रणधीर कपूर ― अजय नाथ
- टीना मुनीम ― गीता चोपड़ा
- हरि शिवदासानी ― मिस्टर चोपड़ा
- इफ़्तेख़ार ― डा. गुप्ता
- सुन्दर ― शंकर
- राजेन्द्रनाथ ― डा. पंजाबी
- शरत सक्सेना ― श्याम
संगीत
सभी राहुल देव बर्मन द्वारा संगीतबद्ध।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "मी रक्सम मी रक्सम" | निदा फ़ाज़ली | चन्द्रशेखर गाडगील, मोहम्मद रफ़ी | 6:49 |
2. | "सुन ज़रा शोख हसीना" | गुलशन बावरा | किशोर कुमार, आशा भोंसले | 4:20 |
3. | "खैरिशु वारीशु" | गुलशन बावरा | किशोर कुमार, आशा भोंसले | 5:09 |
4. | "तुझ सा हसीं" | विट्ठलभाई पटेल | किशोर कुमार | 5:22 |
5. | "कभी पलकों पे आँसू हैं" | निदा फ़ाज़ली | किशोर कुमार | 5:30 |
6. | "तेरे लिये पलकों की झालर" | निदा फ़ाज़ली | लता मंगेशकर | 5:30 |
7. | "ये ऋत है हसीन" | विट्ठलभाई पटेल | किशोर कुमार | 5:40 |
सन्दर्भ
- ↑ "नहीं रहे पंचम दा के करीबी साथी संतूर वादक पंडित उल्हास बापट". फर्स्टपोस्ट. 4 जनवरी 2018. मूल से 14 मई 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 मई 2019.