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स्पैन (अभियंत्रिकी)

सेतु के दो भार वहन करने वाले अंशों के बीच की दूरी स्पैन होती है। स्पैन के बीच का ढांचा अक्सर भार से कुछ मुड़ सकता है लेकिन टिका रहता है।

स्पैन (Span) किसी स्थापत्य के ढांचे में दो भार वहन करने वाले अंशों के बीच की दूरी होती है। उदाहरण के लिए यदी किसी सेतु को खम्बों पर खड़ा करा जाए तो खम्बों के बीच की दूरी को स्पैन कहा जाता है। इसी तरह विद्युत प्रसारण में तारों को उठाने वाले खम्बों के बीच की दूरी को भी स्पैन कहते हैं।[1]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. Gere, James M.; Goodno, Barry J. Mechanics of Materials (Eighth ed.). p. 1086. ISBN 978-1-111-57773-5.