स्कैण्डिनेवियाई देश
स्केंडिनेविया प्रायद्वीप में उत्तरी यूरोप के आने वाले देशों को स्कैंडिनेवियाई देश कहते हैं इनमें नॉर्वे, स्वीडन व डेनमार्क आते हैं।[1] इनके अलावा फिनलैंड, आइसलैंड एवं फैरो द्वीपसमूह के संग ये नॉर्डिक देश भी कहलाते हैं।[2]
परिचय
स्कैंडिनेविया लगभग 55°N से 71°N अक्षांश और 5°E से 31°E देशान्तर के मध्य स्थित एक प्राचीन पठार है। इसमें नार्वे तथा स्वीडेन सम्मिलित हैं। इसकी ढाल सामान्यत: पूर्व की ओर है। इसका क्षेत्रफल लगभ 4,62,625 वर्ग किमी है। यहाँ की जलवायु पश्चिम से पूर्व क्रमश: पश्चिमी यूरोप तुल्य एवं ठंडी महाद्वीपीय है। यहाँ शंकुधारी वनों की प्रचुरता है। झीलों तथा पूर्वोन्मुखी प्रपाती नदियों की अधिकता है।
दुग्धशालाओं के अतिरिक्त गेहूँ, जौ, राई (घास), आलू और चुकंदर आदि यहाँ की कृषि की उपजें हैं। जलप्रपातों की सस्ती बिजली के अतिरिक्त स्थान स्थान पर लोहा, ताँबा, चाँदी, गंधक, सीसा, जस्ता और सोना आदि मिलते हैं। जनसंख्या अधिकांशत: दक्षिणी भाग में है। लोगों का प्रमुख व्यवसाय कृषि, दूध, मछली, जंगली, स्थानीय खनिज एवं शिल्प संबंधी है। प्रायद्वीप में जरूरत से अधिक उत्पन्न वस्तुओं का निर्यात तथा आवश्यक वस्तुओं का आयात होता है। ओसलो, स्टाक्होम, वरजन, नारविक और गोटेबर्ग प्रमुख नगर हैं।