सोंडिहरा, रोहतास
| सोंडिहरा | |
|---|---|
| गांव | |
| ध्येय: एकता और सत्यमेव जयते | |
|  नक्शा शिवसगर ब्लॉक में सोंडिहरा गांव को दर्शा रहा है। | |
|   सोंडिहरा सोंडिहरा (बिहार)   सोंडिहरा सोंडिहरा (भारत) | |
| निर्देशांक: 24°59′43″N 83°53′43″E / 24.995404°N 83.895265°E | |
| देश |  भारत | 
| जिला | रोहतास | 
| थाना | शिवसागर | 
| पोस्ट ऑफिस | बैरेला | 
| ब्लॉक | शिवसागर | 
| अनुमंडल | सासाराम | 
| निकटतम शहर | सासाराम | 
| क्षेत्रफल | |
| • कुल | 1.27 किमी2 (0.49 वर्गमील) | 
| जनसंख्या (2011) | |
| • कुल | 970 | 
| • घनत्व | 970 किमी2 (2,500 वर्गमील) | 
| भाषा | |
| • ऑफिशियल | भोजपुरी, हिंदी | 
| समय मण्डल | IST (यूटीसी+05:30) | 
| दूरभाष कोड | 821111 | 
| वेबसाइट | https://rohtas.nic.in/ | 
सोंडिहरा एक छोटा सा गांव है। यह गाँव बिहार राज्य के रोहतास जिले में पड़ता है, जिसकी आबादी 970 है। पुरुष और महिला आबादी क्रमशः 499 और 471 है। क्षेत्रफल का आकार लगभग 1.27 वर्ग किलोमीटर है।
जनसांख्यिकी
क्षेत्रफल का आकार लगभग 1.27 वर्ग किलोमीटर है।
भूगोल
सोंडिहरा शिवसागर ब्लॉक, सासाराम रोहतास बिहार में स्थित है। सोंडिहरा गूगल मैप पर इस कॉर्डिनेट 24°59′43″N 83°53′43″E / 24.9954043°N 83.8952645°E पर स्थित है।
जाति
सोंडिहरा गांव में केवल हिंदू हैं। इस गांव में[1]पूर्वी भारत के गहलोत राजपुत समुदाय सबसे ज्यादा रहते हैं। यहाँ गहलोतो का [2] घर लगभग 85% से 90% हैं। सोंडीहरा में रहने वाली अन्य जातियां पाल,कोइरी और पांडे भी हैं। इस गांव में उनके घर करीब 5 से 10 घर होंगे। नहीं तो सारे घर गहलोत राजपुत[3] के हैं।
धार्मिक पर्व
सोंडीहरा रोहतास, बिहार में सभी हिंदू त्योहार यानी होली,छठ,दिवाली,रामनवमी ,दशहरा, आदि मनाए जाते हैं। पूरे गांव द्वारा जो इसे आकर्षण का एक महत्वपूर्ण बिंदु बनाता है। त्योहारों का मौसम व्यापक रूप से मनाया जाता है। इन घटनाओं का उनके लिए एक ऐतिहासिक महत्व है और विभिन्न सांस्कृतिक और भाषाई मानदंडों में निहित हैं। प्रसिद्ध दिवाली त्योहार की शुरुआत दीया जलाने, घरों को सुशोभित करने, उपहार देने और दोस्तों और परिवार से मिलने की शुरुआत का प्रतीक है। इसी तरह, होली त्योहार को 'रंगों के त्योहार' के रूप में वर्णित किया गया है, इसके शानदार बारिश नृत्य और 'गुलाल' के साथ। सोंडिहरा में, हिंदू विविध संख्या में त्योहार और समारोह मनाते हैं। त्यौहार आम तौर पर प्राचीन भारत और बिहार की घटनाओं को मनाते हैं जो अक्सर मौसमी परिवर्तनों के साथ मेल खाते हैं। होली, दशहरा, वसंत पंचमी, लोहड़ी, नाग पंचमी, छठ, रामनवमी, आदि जैसे कई त्योहार मनाए जाते हैं।