सुशील सिंह (उद्यमी)
सुशील सिंह | |
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जन्म | सुशील कुमार सिंह जौनपुर, उत्तर प्रदेश, भारत |
आवास | नोएडा, उत्तर प्रदेश |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शिक्षा की जगह | इलाहाबाद विश्वविद्यालय |
पेशा | उद्यमी |
पदवी | एसएसआर टेकविजन, डीबाको और साइवा सिस्टम्स के संस्थापक, निदेशक |
कुल दौलत | $13 मिलियन |
जीवनसाथी | सरिता रावत सिंह |
सुशील सिंह एक भारतीय व्यवसायी एवं उद्यमी हैं।[1] वह एसएसआर टेकविजन, डीबाको, और साइवा सिस्टम्स के संस्थापक और निदेशक हैं।[2][3]
प्रारंभिक जीवन
सुशील सिंह का जन्म उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के एक गाँव में हुआ था। उनकी प्रारंभिक शिक्षा पड़ोसी गाँव के प्राथमिक विद्यालय में हुई। कम उम्र में वह अपने पिता के साथ मुम्बई चले गए, जो एक बैंक में सुरक्षा कर्मी के रूप में काम करते थे। उनकी माँ एक गृहिणी थीं।[2][4]
मुंबई के निकट डोम्बिवली में रहते हुए सुशील ने अपनी 10वीं कक्षा तक की शिक्षा हिन्दी माध्यम में कल्याण-डोम्बिवली म्यूनिसिपल स्कूल से पूरी की, लेकिन 12वीं कक्षा में असफल रहे।[5] बाद में उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में दाखिला लिया लेकिन दूसरे वर्ष में पढ़ाई छोड़ दी। द बेटर इंडिया[5] को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि, 'कॉलेज छोड़ने के मेरे फ़ैसले ने मेरे जीवन में कुछ करने की ज़िम्मेदारी की भावना को और बढ़ा दिया और यह विद्रोह से उपजा फ़ैसला था।'[6]
करियर
सुशील का पेशेवर सफर 2004 में भारती एयरटेल के आउटसोर्सिंग विभाग में उनकी पहली नौकरी से शुरू हुआ। इसके उपरांत उन्होंने विभिन्न कॉल सेंटर्स में कार्य किया। 2015 में उन्होंने एसएसआर टेकविजन की स्थापना की, जो एक अंतर्राष्ट्रीय बीपीओ (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) कंपनी है। हैं। छोटी सी किराए की जगह और चार कंप्यूटरों से शुरू हुई एवं कंपनी ने वर्तमान में 300 से अधिक लोगों को रोजगार दिया है। अमेरिका में भी अपनी सेवाएं फैलाई हैं। उनका दूसरा व्यवसाय डीबाको है, जो एक वैश्विक B2C कपड़ों का ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है।
2019 में, सुशील सिंह ने साइवा सिस्टम्स की स्थापना की, जो एक बहुराष्ट्रीय आईटी परामर्श कंपनी है, जो आईटी कंपनियों को सही उम्मीदवार नियुक्त करने में मदद करती है। साइवा सिस्टम्स संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत में शीर्ष रोजगार उपलब्ध कराने वाली एजेंसियों में से एक बन गई है।[7]
सुशील सिंह के नेतृत्व में, उनकी कंपनियों ने विकास किया है, जिनकी संयुक्त नेट वर्थ की अनुमानित मान्यता ₹100 करोड़ (लगभग $13 मिलियन) से अधिक है।[8] सुशील सिंह को 2021 में राइट चॉइस अवार्ड्स में 'मोस्ट इंस्पायरिंग एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर' के रूप में सम्मानित किया गया।[9]
अन्य कार्य
सुशील सिंह ने एक गैर-लाभकारी संगठन की भी स्थापना की है, जिसका उद्देश्य समाज के वंचित वर्गों की सहायता करना है।[8]
निजी जीवन
2014 में सुशील की शादी सरिता रावत सिंह से हुई। दोनों ने मिलकर अपने व्यवसायों का प्रबंधन और विस्तार किया।[8]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ आकाश, कुमार (15 दिसंबर 2023). "आठ हजार की सैलरी से शुरुआत कर सुशील सिंह ने अपना 80 करोड़ का काराबोर कैसे खड़ा किया?". इंडिया टुडे.
- ↑ अ आ नमित, सिंह सेंगर (7 जुलाई 2023). "Meet Sushil Singh: From Security Guard's Son To Millionaire Technopreneur" (अंग्रेजी में). न्यूज़18 इंडिया.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
- ↑ शुक्ला, अमित (22 अगस्त 2023). "12वीं में फेल, छोड़ी कॉलेज की पढ़ाई... सिक्योरिटी गार्ड का बेटा जो आज अकूत दौलत का मालिक!". नवभारत टाइम्स.
- ↑ पवन, जायसवाल (5 दिसंबर 2023). "सिक्योरिटी गार्ड का बेटा, चॉल में रहता था परिवार, आज 3 सफल कंपनियों का मालिक, करोड़ों की इनकम". नवभारत टाइम्स.
- ↑ अ आ के, संकुन्नी (जुलाई 4, 2023). "मिलिए सुशील सिंह से, जो एक सुरक्षा गार्ड और कॉलेज ड्रॉपआउट के बेटे हैं, जिन्होंने एक मिलियन डॉलर की संपत्ति बनाई". इंडिया.कॉम.
- ↑ रिनचेन नोरबू, वांगचुक (नवंबर 19, 2020). "Son of a Security Guard, this College Dropout is Now a Millionaire CEO". द बेटर इंडिया.
- ↑ "success Story: 12वीं में फेल हुए, कॉलेज छोड़ा, जानें कैसे बने तीन कंपनियों के मालिक". टीवी९. जुलाई 5, 2023.
- ↑ अ आ इ "Meet Sushil Singh, who failed Class 12, left college, earned Rs 11000 as first salary, now owns 3 businesses" (अंग्रेजी में). डेली न्यूज़ एण्ड एनालिसिस.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)
- ↑ "SaiVa SysTem: Assuring Success by connecting Businesses to Expert Team Members and Proven Management and Technology services" (अंग्रेजी में). द बिजनेस फ़ेम. 2024.सीएस1 रखरखाव: नामालूम भाषा (link)