सुनील लहरी
सुनील लहरी | |
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राष्ट्रीयता | भारतीय |
पेशा | अभिनेता |
धर्म | सनातन धर्म |
जीवनसाथी | राधा सेन (वि॰वि॰) भारती पाठक (वि॰) |
बच्चे | 1 |
सुनील लहरी भारतीय अभिनेता हैं। वो रामानन्द सागर के टेलीविज़न धारावाहिक रामायण (टीवी धारावाहिक)रामायण में लक्ष्मण की भूमिका के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले वो विक्रम और बेताल एवं दादा-दादी की कहानियां में नजर आये थे
सुनील का जन्म ९ जनवरी १९६१ को मध्य प्रदेश के दमोह में एक मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर शिकार चंद्र लाहिड़ी और तारा लाहरी के घर हुआ था ।[1] लहरी के दो छोटे भाई हैं। भोपाल से स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद , लहरी मुंबई चले गए , जहाँ उन्होंने मुंबई के विल्सन कॉलेज से कला स्नातक की डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की ।
सीरियल रामायण को तकरीबन 30 साल हो चुके हैं लेकिन उनके ज्यादातर किरदार आज भी हमारे दिलों-दिमाग पर छाए हुए हैं। चाहें उनमें राम का रोल करने वाली अरुण गोविल हो या फिर भीष्म पितामाह के किरदार में नजर आने वाले मुकेश खन्ना। लेकिन बहुत कम लोग इस बात से अंजान है कि रामायण में राम के आज्ञाकारी भाई लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी कौन हैं और कहां हैं।
बता दें कि सुनील रामायण के बाद पॉपुलर सीरियल विक्रम बेताल और दादा-दादी की कहानियां में नजर आए थे। लेकिन आज उनका लुक बिल्कुल बदल चुका है और उन्हें पहचानना इतना आसान नहीं रह गया है। दरअसल, रामायण में उन्होंने अपने लक्ष्मण के किरदार से लोगों का दिल जीत लिया। इसी की चलते आज के समय में ज्यादातार लोग उन्हें लक्ष्मण के नाम से ही जानते हैं।
1990 में इन्होंने टीवी सीरीज परमवीर चक्र में भी अभिनय किया। रामायण में अपना जोरदार अभिनय करने से पहले इन्होंने पहले विक्रम और बेताल में दादा-दादी की कहानियों में इनका दमदार अभिनय देख रामानंद सागर ने रामायण में लक्ष्मण के किरदार के लिए चुना था।
सुनील के पिताजी एक डॉक्टर थे और मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर भी थे। पिता की मृत्यु के बाद उन्होंने अपने पिता के मृत शरीर को भोपल के जे.के.मेडिकल कॉलेज में दान कर दिया था। आपको बता दें कि सुनील लहरी ने अपनी एक्टिंग करियर की शुरुआत 1991 में आई फिल्म 'बहारों की मंजिल' से की थी।
सन्दर्भ
- ↑ "दमोह का पम्मी 150 लड़कों को पछाड़कर बना था रामायण में लक्ष्मण". Dainik Bhaskar. 2 April 2020. अभिगमन तिथि 20 January 2024.