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सीप

स्वच्छ जल में रहने वाला एक सीप

सीप एक जलीय जन्तु है। इसका शरीर दो पार्श्व कपाटों में बन्द रहता है जो मध्य पृष्ट पर एक दूसरे से जुड़े रहते हैं। इसमें चलने के लिए एक मांसल पाव होता है। इसके पैरों के ऊपरी भाग में अनेक सामानान्तर रेखाएँ होती हैं जिन्हें वृद्धि की रेखा करते हैं।सीप अपने आप को एक लिंग से दूसरे लिंग मे बदल सकते हैं और पुनः वापस भी आ सकते हैं।