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सिद्धेश्वर मंदिर, पलारी, रायपुर

छत्तीसगढ़ राज्य के संरक्षित स्मारक

सिद्धेश्वर मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य के बलौदाबाजार जिले में रायपुर से बलोदाबाजार रोड पर ७० कि॰मी॰ दूर स्थित नगर पंचायत पलारी में बालसमुंद तालाब के तटबंध पर यह शिव मंदिर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण लगभग ७-८वीं शती ईस्वी में हुआ था। ईंट निर्मित यह मंदिर पश्चिमाभिमुखी है। मंदिर की द्वार शाखा पर नदी देवी गंगा एवं यमुना त्रिभंगमुद्रा में प्रदर्शित हुई हैं। द्वार के सिरदल पर त्रिदेवों का अंकन है। प्रवेश द्वार स्थित सिरदल पर शिव विवाह का दृश्य सुन्दर ढंग से उकेरा गया है एवं द्वार शाखा पर अष्ट दिक्पालों का अंकन है। गर्भगृह में सिध्देश्वर नामक शिवलिंग प्रतिष्ठापित है। इस मंदिर का शिखर भाग कीर्तिमुख, गजमुख एवं व्याल की आकृतियों से अलंकृत है जो चैत्य गवाक्ष के भीतर निर्मित हैं। विद्यमान छत्तीसगढ़ के ईंट निर्मित मंदिरों का यह उत्तम नमूना है। यह स्मारक छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा संरक्षित है।

यह मंदिर लाल इंटो से बना है। मंदिर के बगल में एक रंग मंच बना है। एवं दुर्गा माता का मंदिर, राधा कृष्ण भगवान का मंदिर, और गुरु घाशी दास जी का भी मंदिर है। मंदिर के पास कार्तिक पूर्णिमा के दिन एक मेला का आयोजन होता है लोग उस दिन सुबह 4 बजे स्नान करने जाते हैं। महाशिवरात्रि के पर्व पर मंदिर को सजा दिया जाता है और मेला होता है। मंदिर के सामने एक तालाब है। ऐसा कहा जाता है की यह तालाब छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा तालाब है। तालाब के बीच में एक टापू है। जिसमे माँ शारदा का मंदिर है। मंदिर के आस पास सुंदर बाग है। बाग में विविध प्रकार के झूले एवम् पेड़ पौधे हैं।